अनुसूचित जाति के दूल्हा को घोड़े से उतारना जातिवादी मानसिकता का परिचायक, राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन

आज़ाद क़लम, हल्द्वानी। पीपीआईडी ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार के माध्यम से भेजा है। जिसमें मांग की गई कि सल्ट में अनुसूचित जाति के दूल्हे को घोड़े से उतारना जातिवादी मानसिकता का परिचायक है। जिस पर कार्रवाई होनी चाहिए। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. प्रमोद कुमार ने कहा कि विगत दिनों सल्ट तहसील के एक गांव में अनुसूचित जाति के दूल्हे की बारात जा रही थी। इस दौरान वहां सामान्य जाति के लोगों ने दूल्हे को घोड़े से उतार दिया। साथ ही भविष्य में किसी भी दूल्हे को घोड़ी पर न चढ़ने की धमकी दी। कहा कि आज दुनिया चांद पर पहुंच गई है लेकिन हमारे देश में आज भी अनुसूचित जाति के लोगों पर किसी ने किसी बहाने से अत्याचार की घटनाएं होती रहतीं हैं। मांग की गई कि मामले की मजिस्ट्रेट जांच करवाए जाए और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जाए। इस दौरान सचिन चंद्रा, मनोज नाग, शाहिद अहमद, मोहन लाल, नंदा बल्लभ आदि थे।


