अमृतपाल अपने साथियों के साथ कहीं उत्तराखण्ड में तो नहीं,…सीमाओं पर जबरदस्त चेकिंग, किसी ने शरण दी तो खैर नहीं
उत्तराखण्ड- खालिस्तान समर्थक और वारिस पंजाब दे संगठन के संचालक अमृतपाल के उत्तराखंड आने की सूचना पर भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी और झनकईया थाने की पुलिस अलर्ट हो गई है। पुलिस, एसएसबी की संयुक्त टीम ने सीमा पर कांबिंग की और पिकेट लगाकर संघन चेकिंग अभियान चलाया।
पंजाब पुलिस की ओर से अमृतपाल के नेपाल भागने की आशंका जताने के बाद से जिले में पुलिस की ओर से लगातार चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। शुक्रवार और शनिवार को एसएसबी और पुलिस ने नेपाल सीमा पर संयुक्त रूप से कांबिंग की। मेलाघाट में पिकेट लगाकर वाहनों की चेकिंग कर यात्रियों की आईडी की भी जांच की गई। सीमांत क्षेत्र में अमृतपाल और उसके साथियों के पोस्टर भी चस्पा किए गए हैं। झनकईया थानाध्यक्ष रविंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि जनता को जागरूक किया जा रहा है कि इन अपराधियों को कोई भी किसी प्रकार की सहायता या शरण न दे।
इधर बाजपुर में राज्य सीमा रामपुर रोड पर पुलिस ने चेकिंग अभियान चलाया। पुलिस आने-जाने वाले सभी वाहनों को रोक कर सामान की भी जांच की। सीओ भूपेंद्र सिंह भंडारी ने बताया कि अमृतपाल सिंह के प्रकरण में राज्य सीमा पर रामपुर रोड, सुल्तानपुर पट्टी में यूपी जाने वाले मार्ग, केलाखेड़ा में सरकड़ी रोड सहित अन्य संपर्क मार्गों पर संघन चेकिंग अभियान चल रहा है।