पांच साल बाद उत्तराखण्ड से एक और बिल्डर दम्पत्ति गायब…देहरादून के रियल एस्टेट में हड़कंप

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देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के रियल एस्टेट जगत में इन दिनों हड़कंप मचा हुआ है। शहर के रायपुर-थाना रोड स्थित इंपीरियल वैली आवासीय परियोजना से जुड़े बिल्डर दंपती शाश्वत गर्ग और साक्षी गर्ग पिछले लगभग 20 दिन से लापता हैं। दोनों 16 अक्टूबर की रात देहरादून से उत्तर प्रदेश के हापुड़ अपने परिजनों से मिलने पहुंचे थे, लेकिन 17 अक्टूबर को लौटने के बाद से उनका कोई पता नहीं चल सका।

परिवार की शिकायत पर हापुड़ पुलिस के जरिए मामला देहरादून पुलिस तक पहुंचा, जिसके बाद एसएसपी अजय सिंह ने मामले की गंभीरता देखते हुए स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप एसओजी को उनकी तलाश में लगाया है। पुलिस के अनुसार, दोनों के मोबाइल फोन बंद हैं और उनकी अंतिम लोकेशन हरिद्वार में मिली।

पुलिस जांच में सामने आया कि लापता दंपती की दो कारें हुंडई क्रेटा (यूके07-एफके-0018) और हुंडई ट्यूसॉन (यूके07-एफएल-9369) हरिद्वार में खड़ी मिलीं। सीसीटीवी फुटेज में शाश्वत और साक्षी अपनी कारें छोड़कर एक रिक्शे में जाते दिखाई दिए, लेकिन उसके बाद उनका कोई सुराग नहीं मिला। दोनों वाहनों को पुलिस ने परिजनों को सौंप दिया है।

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साक्षी के भाई सुलभ गोयल ने बताया कि 16 अक्टूबर को पूरा परिवार शाश्वत, साक्षी, उनका बेटा रिधान और माता-पिता हापुड़ पहुंचे थे। अगले दिन उन्होंने देहरादून लौटने की बात कही थी। भाईदूज के दिन शाश्वत ने परिवार को व्हाट्सऐप पर संदेश भेजकर जल्द लौटने का भरोसा दिलाया, लेकिन इसके बाद से कोई संपर्क नहीं हुआ।

तीन कंपनियों के डायरेक्टर हैं शाश्वत गर्ग
दस्तावेजों के अनुसार, शाश्वत गर्ग तीन कंपनियों के निदेशक हैं- रिधान होम्स एलएलपी, गोल्डन एरा इंफ्राटेक और रिधान बिल्डवेल एलएलपी। इनमें रिधान बिल्डवेल एलएलपी में केवल दो डायरेक्टर हैं-शाश्वत और उनकी पत्नी साक्षी। कंपनी का नाम उन्होंने अपने बेटे रिधान के नाम पर रखा है।

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रेरा ने लगाई इंपीरियल वैली में बिक्री पर रोक
इस पूरे घटनाक्रम के बाद रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (रेरा) ने एक निवेशक की शिकायत के बाद रायपुर-थानो रोड स्थित इंपीरियल वैली परियोजना में प्लॉटों की बिक्री पर रोक लगा दी है।

2020 में भी गायब हुआ था बिल्डर दंपती
यह कोई पहला मामला नहीं है जब देहरादून से किसी बिल्डर दंपती के लापता होने से रियल एस्टेट सेक्टर में सनसनी फैली हो। 2020 में पुष्पांजलि इंफ्राटेक के डायरेक्टर दीपक मित्तल और उनकी पत्नी राखी मित्तल भी संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गए थे। उन पर 90 खरीदारों से लगभग 45 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी और 21 करोड़ रुपये के बैंक लोन डिफॉल्ट के आरोप हैं। पुलिस की जांच जारी है। इसके बावजूद अब तक उनका कोई सुराग नहीं मिला है।

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