इंदौर में फिर ‘सूरत’-कांग्रेस प्रत्याशी को कार में बिठाकर ले गए कैलाश विजयवर्गीय

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सूरत के बाद मध्य प्रदेश में कांग्रेस प्रत्याशी ने नाम वापस ले लिया। इससे भाजपा को फायदा होना तय माना जा रहा है।

लोकसभा चुनाव के दो चरण खत्म होने के बाद प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के गृह नगर इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी अक्षय बम ने नाम वापस ले लिया है। यानी, वे चुनावी मैदान से बाहर चले गए हैं, इससे यहां भाजपा की जीत का रास्ता साफ माना जा रहा है।

कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय बम सोमवार को भाजपा विधायक रमेश मेंदोला के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और अपना नाम वापस ले लिया। ऐसे में अब इंदौर में भाजपा उम्मीदवार शंकर लालवानी के सामने कोई बड़ी चुनौती नहीं है। इससे पहले हुए विधानसभा चुनाव में अक्षय ने चार नंबर सीट से टिकट मांगा था। लेकिन, कांग्रेस ने तब उन्हें टिकट नहीं दिया था। लोकसभा चुनाव में उन्हें कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया था।

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कांग्रेस प्रत्याक्षी अक्षय बम सोमवार सुबह कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। उनके साथ भाजपा विधायक रमेश मेंदोला और एमआईसी मेंबर जीतू यादव थे। अक्षय ने नाम वापस लिया और फिर मेंदोला के साथ कार्यालय के बाहर निकल गए। कुछ देर बाद मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने फेसबुक पर अक्षय के साथ फोटो पोस्ट करते हुए लिखा कि अक्षय का भाजपा में स्वागत है। वे अक्षय को लेकर सीधे भाजपा कार्यालय पहुंचे।

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हत्या के प्रयास का केस था चर्चा में
कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय बम के 17 साल पुराने एक केस में पुलिस ने नामांकन वाले दिन हत्या के प्रयास की धारा जोड़ी थी। भाजपा ने इस आधार पर बम का नामांकन खारिज करने की मांग की थी कि अक्षय ने शपथ पत्र में इसका उल्लेख नहीं किया है। लेकिन, जिला निर्वाचन अधिकारी आशीष सिंह ने भाजपा की आपत्ति को खारिज कर दिया था।

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