सरस मेले में क्रेता-विक्रेता संवाद, 100 से अधिक सहायता समूहों तथा उद्यमियों ने भाग लिया

हल्द्वानी। एमबी इंटर कॉलेज मैदान में आयोजित दस दिवसीय सरस आजीविका मेले के दूसरे दिन रविवार को एक महत्वपूर्ण क्रेता-विक्रेता संवाद कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में नैनीताल जिले के आठों विकास खंडों से आए 100 से अधिक स्वयं सहायता समूहों के उद्यमियों ने भाग लिया। ग्रामोथान परियोजना (रीप) द्वारा आयोजित इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य महिला उद्यमियों और विक्रेताओं के बीच संवाद स्थापित करना और बाजार में उनके उत्पादों को बेहतर स्थान दिलवाना था। कार्यशाला में बाजारी अनुबंध पर भी चर्चा की गई, जिससे महिला समूहों को अपनी आजीविका बढ़ाने के अवसर प्राप्त हो सकें। कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद सिटी मजिस्ट्रेट एपी बाजपेयी ने कहा महिला समूह ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं।
उनके उत्पादों को बेहतर बाजार उपलब्ध कराना और उनकी आजीविका को बढ़ाना इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला विकास अधिकारी गोपाल गिरी ने बताया कि राज्य सरकार ने महिला समूहों के आर्थिक उन्नयन के लिए कई योजनाएं संचालित की हैं, और आज महिला समूह निरंतर आगे बढ़ रहे हैं। कार्यशाला में जिला परियोजना प्रबंधक ग्रामोथान नैनीताल डा. सुरेश मठपाल ने कहा ग्राम उत्थान परियोजना के तहत नैनीताल जिले में 50 सरकारों और 500 समूहों के माध्यम से 50,000 से अधिक ग्रामीण परिवार जुड़े हुए हैं और अपनी आजीविका बढ़ा रहे हैं।
कार्यशाला में 10 से अधिक विक्रेताओं ने भाग लिया और समूह के उत्पादों को खरीदने के लिए पूर्ण सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया। इस दौरान उत्पादों का प्रदर्शन भी किया गया, जिसमें दाल, मसाले, जूट के उत्पाद, शहद, दुग्ध उत्पाद, हर्बल उत्पाद, लोककला प्रदर्शनी आदि शामिल थे। इसके साथ ही 10 पशु सखियों को किट भी वितरित किए गए। कार्यशाला में विभिन्न महिला समूहों की सदस्याओं ने अपने अनुभवों को साझा किया और एक-दूसरे के कार्यों से प्रेरित हुईं। इस कार्यक्रम में क्रेता-विक्रेता, महिला समूह की सदस्याएं और विभागीय अधिकारी भी मौजूद रहे।
