चक दे इंडिया…………मां ठेले पर बेचती है सब्जी, बेटी ने हॉकी वर्ल्ड कप खेल रौशन किया नाम, कहानी मुमताज की

लखनऊ के तोपखाना बाजार में सड़क के किनारे कैसर जहां ठेले पर सब्जी लेकर चिलचिलाती धूप में खड़ी थीं। शुक्रवार को नमाज से पहले उनके ठेले के आसपास काफी भीड़ थी। लगभग ठीक उसी समय दक्षिण अफ्रीका के पोटचेफस्ट्रूम के यूनिवर्सिटी ग्राउंड में उनकी बेटी मुमताज जूनियर हॉकी विश्व कप में एक और दमदार प्रदर्शन करने जा रही थी। साउथ कोरिया की गोलकीपर को छकाते हुए मुमताज ने बॉल को गोलपोस्ट में डाल दिया था। मुमताज के इस गोल की बदौलत टीम इंडिया ने क्वार्टरफाइनल में साउथ कोरिया को 3.0 से हरा दिया और सेमीफाइनल में धमाकेदार एंट्री की। ये दूसरा मौका है जब भारतीय टीम जूनियर महिला विश्व कप के अंतिम चार में पहुंची है। अब तक छह गोल के साथ मुमताज टूर्नामेंट की तीसरी सबसे ज्यादा गोल करने वाली खिलाड़ी हैं। मुमताज ने वेल्स के खिलाफ भारत के शुरुआती मैच के अलावा टूर्नामेंट की फेवरिट मानी जा रही जर्मनी के खिलाफ विजयी गोल दागा था और मलेशिया के खिलाफ शानदार हैट्रिक लगाई थी।
मुमताज और उनके हॉकी खेलने की कहानी भी दिलचस्प है। 2013 में मुमताज आगरा में एक प्रतियोगिता के लिए अपनी स्कूल एथलेटिक्स टीम के साथ गई थी जहां मुमताज ने शीर्ष स्थान हासिल कियाए जिसके बाद एक स्थानीय कोच ने मुमताज को सुझाव दिया कि वह हॉकी खेलना शुरू करें। मुमताज के बचपन के कोच नीलम सिद्दीकी ने कहा मुमताज के पास वह स्पीड और एनर्जी थी जो हमें लगा कि हॉकी में काम आएगी। हमें लगा कि अगर वह हॉकी के गेम को अच्छी तरह समझ लेती है तो वह एक बहुत अच्छी खिलाड़ी बन सकती है।
