हल्द्वानी जेल की सुरक्षा को चुनौती, तीन बंदियों ने दिखाया भागने का दुस्साहस, दबोचे गए
हल्द्वानी। बुधवार तड़के उपकारागार में उस सयम हड़कंप मच गया जब वहां के तीन बंदियों ने जेल की दीवार कूदकर भागने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन ड्यूटी पर मौजूद संत्रियों की मुस्तैदी से बंदियों के भागने की साजिश में पानी पिफर गया, और एक बड़ी घटना होने से बच गई। बताया जा रहा कि भागने की कोशिश कर रहे तीनों बंदियों पर पॉक्सो एक्ट के मुकदमे हैं। जो नानकमत्ता, बहेड़ी व उत्तर प्रदेश के रहने वाले है। फिलहाल जेल अधीक्षक ने पूरे मामले की जांच के आदेश देते हुए तीनों बंदियों के खिलापफ कार्रवाई शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार हल्द्वानी जेल की उपकारागार में नानकमत्ता, बहेड़ी व उत्तरप्रदेश के तीन आरोपितों को जेल लाया गया था। तीनों के विरुद्ध पॉक्सो एक्ट में मुकदमे दर्ज हैं। जेल में आने के बाद तीनों बंदी भंडारे में काम कर रहे थे। बुधवार की सुबह करीब साढ़े पांच बजे नानकमत्ता निवासी गौरव शर्मा, नरसिंहपुर मध्यप्रदेश निवासी कपिल व बहेड़ी निवासी हरिओम यादव भंडारे के लिए लकड़ी लेने कारपेंटर कक्ष के बाहर गए थे।
इसी दौरान तीनों लकड़ियों के ढेर पर चढ़कर जेल की दीवार कूदकर भागने की कोशिश करने लगे। लेकिन एक बंदी तो जेल की दीवार कूद गया और दो जेल की दीवार नहीं कूद पाए। जेल की दीवार कूदकर भाग रहे एक बंदी पर ड्यूटी पर तैनात संत्री की नजर पड़ गई। संत्री ने मौके पर बंदी के उपर बंदूक तानते हुए उसे दबोच लिया। ड्यूटी पर तैनात संत्री की मुस्तैदी से एक बड़ी घटना होने से बच गई। आनन-फानन में जेल के स्टाफ ने जेल का अलार्म भी बजा दिया। तभी घटना की सूचना मिलते ही जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। जेल अधीक्षक सतीश सुखीजा सहित अधिकारी मौके पर पहुंच गए। जेल अधीक्षक सतीश सुखीजा ने बताया कि जनवरी और जून में नानकमत्ता, बहेड़ी व उत्तरप्रदेश के तीन आरोपितों को जेल में लाया गया। तीनों के विरुद्ध पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमे दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि तीनों बंदी भंडारे के लिए लकड़ी लेने कारपेंटर कक्ष के बाहर गए थे। इसी दौरान तीनों लकड़ियों के ढेर पर चढ़कर जेल से भागने की कोशिश की लेेकिन ड्यूटी पर तैनात संत्रियों की मुस्तैदी से एक बड़ी घटना होने से टल गई।