निकाय चुनाव-हल्द्वानी में भारी रहा कांग्रेस का पलड़ा, कालाढूंगी विधानसभा ने पछाड़ दिया, विधायक और जिलाध्यक्ष के बूथ पर हारी कांग्रेस
Haldwani–निकाय चुनावों में कांग्रेस ने हल्द्वानी विधानसभा क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन करते हुए 19,401 वोटों से बढ़त बनाई। हालांकि, कालाढूंगी विधानसभा में उसे भारी हार का सामना करना पड़ा। पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने हल्द्वानी विधानसभा को केवल 500 वोटों से जीता था, लेकिन निकाय चुनाव में यह जीत काफी मजबूत दिखाई दी।
मेयर चुनाव में कुल 1,58,646 मतदाताओं ने अपने वोट का प्रयोग किया और इस चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। कांग्रेस ने हल्द्वानी में जीत के बावजूद अन्य क्षेत्रों में कमजोर प्रदर्शन किया। कालाढूंगी और लालकुआं विधानसभा के वार्डों में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा, जहां भाजपा को 39,150 वोट मिले जबकि कांग्रेस को केवल 15,855 वोट ही मिल सके।
हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश और कांग्रेस जिलाध्यक्ष राहुल छिमवाल को अपने ही बूथ पर हार का सामना करना पड़ा। सुमित हृदयेश के बूथ संख्या 13 में गजराज सिंह बिष्ट को 185 वोट मिले, जबकि ललित जोशी को 129 वोट ही मिल सके। राहुल छिमवाल के बूथ संख्या 22 में गजराज को 283 वोट और ललित जोशी को 255 वोट मिले। हालांकि, ललित जोशी ने मल्ली बमौरी के वार्ड और बूथ संख्या 221 पर जीत हासिल की, जहां उन्हें 311 वोट मिले जबकि गजराज को 295 वोट मिले।
यह स्थिति तब है जब कांग्रेस ने शहर क्षेत्र में चुनाव प्रचार पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया था और केवल दमुवाढूंगा और राजपुरा क्षेत्रों में ही चुनावी सभा की थी। इसके बावजूद हल्द्वानी विधानसभा में कांग्रेस ने शानदार प्रदर्शन किया, जबकि कालाढूंगी और लालकुआं में उसका प्रदर्शन पिछली बार की तरह कमजोर रहा। 2018 के निकाय चुनाव में भी कांग्रेस को इन दोनों विधानसभा क्षेत्रों में असफलता का सामना करना पड़ा था, और इस बार भी यही स्थिति रही।