निर्माण कार्य बंद कर हल्द्वानी में ठेकेदारों ने लोक निर्माण विभाग में जड़ा ताला
हल्द्वानी। खनन रॉयल्टी बढ़ाए जाने के विरोध में ठेकेदारों द्वारा चलाया जा रहा धरना सोमवार को भी जारी रहा। यहां लोक निर्माण विभाग प्रांगण में
धरने पर बैठे ठेकेदारों ने कहा कि ठेकेदारों की रॉयल्टी में अवैध खनन नियमावली 2005 जब तक नहीं हटाई जाती है तब तक ठेकेदारों का विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। ठेकेदारों के द्वारा सभी निर्माण कार्य रोक दिए गए हैं। आंदोलन को तेज़ करने को लेकर आज लोक निर्माण विभाग तिकोनिया में तालाबंदी की गई। कांट्रैक्टर वेलफेयर सोसाइटी हल्द्वानी ने बताया कि हमारा एक प्रतिनिधि मंडल प्रदेश के मुखिया से मिलने देहरादून गया था, परन्तु प्रदेश के मुखिया ने हमारी मांगों एवं ठेकदारों की समस्याओं के प्रति कोई भी ठोस प्रयास नहीं किया। जिसके चलते ठेकेदारों ने सोमवार को लोक निर्माण विभाग कार्यालय में तालाबंदी की। लोनिवि कार्यालय में तालाबंदी की खबर मिलते ही सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह ध्रना स्थल पर पहुंच गई और ठेकेदारों की समस्या को सुना। उन्होंने जनहित और मानसून सीजन में आपदा सरीखी घटनाओं को देखते हुए तालाबंदी न करने का अनुरोध किया। सोसायटी के अध्यक्ष योगेश तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि जब तक सरकार इस संबंध में कोई सकारात्मक हल नहीं निकाल लेती है तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। ठेकेदारों ने सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन भी दिया। उन्होंने बताया कि प्रदेश की नदियों में खनन के लिए अधिकतम रॉयल्टी मूल्य साढ़े आठ रूपया प्रति कुंतल है। इस मूल्य को ठेकेदारों के हित में देखते हुए प्रदेश सरकार द्वारा 4 से 5 रूपया करना चाहिए। धरने के दौरान प्रवक्ता हरीश आर्या, उपाध्यक्ष उमेश जोशी, मंत्रि उमेश पनेरू, कैलाश साह, राजेंद्र सिंह नेगी, दिनेश प्रसाद, घनश्याम पाठक, घनश्याम तिवारी, किशोर मेहरा, पंकज बजेठा, रवि मेहरा, मयंक भट्ट, भगवत नौला, शुभम नौला, विपिन बिष्ट, भवान सिंह बिष्ट आदि थे।