हल्द्वानी में डीजीपी बोले-उत्तराखण्ड में धर्मांतरण को लेकर सख्त है पुलिस, हर मामले पर नजर
हल्द्वानी। युवा पीढ़ी में बढ़ रहे नशा, साइबर अपराध से बचाव के लिए जन जागरूकता ही अहम हथियार है। यदि हम जागरूक रहेंगे तो निश्चित ही भावी भविष्य मे इन परेशानियों से बचा जा सकता है। इस सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जा रहा है। यह बात डीजीपी अशोक कुमार ने कही। रविवार को काठगोदाम स्थित सर्किट हाउस में देर शाम पुलिस महानिदेशक डीजीपी अशोक कुमार ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि वर्तमान समय में साइबर क्राइम पुलिस के लिए बड़ा चैलेंज उभरकर सामने आया है, जिससे बचाव के लिए जागरूकता ही सर्वाेपरि उपाय है। उन्होंने एक सर्वे के आधार पर बताया गया कि उत्तराखंड राज्य में प्रत्येक वर्ष लगभग दस हजार एवं प्रतिदिन लगभग 300 से अधिक साइबर फ्रॉड के मामले सामने आ रहे हैं।
अधिकांश प्रकरणों में उत्तराखंड पुलिस रिकवरी कर प्रकरणों का खुलासा कर रही है। पिफर भी हमें वर्चुअल वर्ल्ड का इस्तेमाल करते समय विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। छात्रा-छात्राओं से जनसंवाद के माध्यम से बढ़ते साइबर क्राइम, युवा पीढ़ी छात्र-छात्राओं एवं समाज में बढ़ रही नशे की प्रवृत्ति की रोकथाम के बारे में विस्तारपूर्वक बताते हुए छात्र छात्राओं के प्रश्नों को उत्तरित किया गया। इसी दौरान स्थानीय नागरिकों की आम जन समस्याओं से रूबरू हुए और उनके निराकरण हेतु आश्वासित एवं अधीनस्थों को निर्देशित भी किया गया। उन्होंने खुद माना कि प्रदेश में पुलिस की भारी कमी है।
लिहाजा 2023 में फिर से सिपाहियों की भर्ती की शुरूआत की जायेगी। जिससे की सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत हो सके। इसके अलावा अपराधों को रोकने के लिए बॉर्डर में सख्ती बरतने के निर्देश दिए जा चुके हैं। डीआईजी डा. निलेश आनंद भरणे ने कहा वर्तमान में प्रत्येक व्यक्ति किसी ना किसी माध्यम से डिजिटल प्लेटफार्म से जुड़ा हुआ है, जिस कारण जागरूकता के अभाव में जाने अनजाने में कई तरह के ऐसे ऑनलाइन/साइबर क्राइम जैसी गतिविधियों से अछूते नहीं रहते। अतः हमें वर्चुअल वर्ल्ड का इस्तेमाल करते समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। पत्रकार वार्ता में एसएसपी पंकज भट्ट, क्राइम एसपी डा. जगदीश चंद्र, एसपी सिटी हरबंश सिह मौजूद थे।
डीजीपी ने कहा कि उत्तराखंड में बढ़ रहे धर्मांतरण मामले पर कैबिनेट द्वारा काननू पास किया गया है। साथ ही धर्मांतरण को लेकर सरकार जल्द ही कानून लेकर आ रही है। लेकिन इससे पूर्व अब तक धर्मांतरण को लेकर जितने भी मामले पुलिस के संज्ञान में आए हैं उनमें सख्त कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि धर्मांतरण को लेकर एलआईयू और पुलिस पूरी तरह से सतर्क है जहां भी धर्मांतरण के मामले सामने आ रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जा रही है। इसके अलावा अपराधों को रोकने के लिए बॉर्डर में सख्ती बरतने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि नेपाल सीमा पर स्थिति ठीक नहीं है, ऐसे में वहां पर एसएसबी के साथ सामंजस्य बनाकर कर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जा रहा है।