मिसाल: अपने अल्मोड़ा में किस तरह शिक्षक की “भव्य व भावुक विदाई” को छात्रों ने यादगार बना दिया

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 आज़ाद क़लम:- उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के सल्ट तहसील में एक शिक्षक को बेहद ही भावुक तरीके से विदाई दी गई है. बनारस के इस शिक्षक ने 32 साल एक ही स्कूल में रहकर कई बच्चों का भविष्य बनाया है.

ऐसे में उनके रिटायरमेंट को भी वहां के बच्चों ने यादगार बना दिया. दरअसल सल्ट स्थित राजकीय इंटर कॉलेज कोटाचामी के विद्यार्थियों ने शिक्षक केके शुक्ला को अनूठे अंदाज में विदाई दी.

बनारस के रहने वाले केके शुक्ला 32 साल पहले राजकीय इंटर कॉलेज कोटाचामी में शिक्षक बन कर आये. यहां की इस दूरस्थ विद्यालय और वहां के बच्चों से उन्हें इतना प्यार हो गया कि उन्होंने अपने जीवन के 32 साल इसी विद्यालय में गुजार दिए. ऐसे में जब उनके रिटायरमेंट के दिन आया तो वहां के विद्यार्थियों ने भी उनके रिटायरमेंट को यादगार बना दिया. उनके रिटायरमेंट की विदाई पार्टी का खर्चा विद्यार्थियों ने अपनी पॉकेट मनी जमा कर किया. यह आयोजन पहाड़ में होने वाली किसी शादी के आयोजन से कम भी नहीं था.

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बताया जा रहा है कि विद्यार्थियों ने उन्हें चांदी की मूर्ति के साथ ही एक स्कूटी भेंट की, जिससे कि उनका आने वाला सफर अच्छा हो सके. इसके साथ ही उनके सम्मान में पूरे गांव को उसी दिन लंच भी दिया गया. कहा जाता है कि पहाड़ में पहाड़ सी जिंदगी होती है, जहां पहाड़ के लोग ही रहना पसंद नहीं कर रहे हैं. ऐसे में बनारस से आये शिक्षक केके शुक्ला ने कभी इस गांव को छोड़कर जाने का सोचा भी नहीं और इसी गांव में रहकर अनवरत अपने शिक्षण का कार्य करते हुए एक मिसाल पेश की है, जिसे पूरे गांव ने सलाम किया है.

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