यूनिफॉर्म सिविल कोड की विशेषज्ञ समिति ने नैनीताल में लोगों से मांगे सुझाव

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नैनीताल। राज्य अतिथि गृह, नैनीताल में सोमवार को समान नागरिक सहिंता एक्ट चैयरपर्सन व सदस्यों द्वारा समान नागरिक संहिता के परीक्षण क्रियान्वयन के लिए बैठक का आयोजन हुआ। बैठक में ईसाई समुदाय व बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों से वार्ता और विचार विमर्श किया गया।
बैठक में उत्तराखंड शासन द्वारा गठित समान नागरिक सहिंता की विशेषज्ञ समिति की चेयरपर्सन न्यायाधीश सेवानिवृत्त रंजना प्रकाश देसाई
ने कहा कि समिति राज्य के सभी समुदाय के लोगों के साथ विचार और सुझाव लिए जा रहे हैं। समिति उन पर गंभीरता से अध्ययन कर उत्तराखंड शासन को रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी, जिससे समान नागरिकता सहिंता एक्ट को सशक्त बनाया जा सके। कहा कि अभी तक जनपद भ्रमण के दौरान सवा दो लाख सुझाव और विचार प्राप्त हो चुके हैं।
बैठक के दौरान ईसाई समुदाय एवं बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों द्वारा अपने विचार और सुझाव रखे गए। शादी की उम्र 18 से 21 या अधिक रखने, संपत्ति में लड़का-लड़की के साथ ही तीसरा हिस्सा माता-पिता का भी हो, रिलेशनशिप के दौरान जो बच्चे पैदा होते हैं, उनकी देखरेख हेतु कानून, बच्चे को गोद लेने, शादी का रजिस्ट्रेशन, तलाक, बाल विवाह, रजिस्ट्रीकरण आदि पर अपने विचार और सुझाव दिए गए।
बैठक में विशेषज्ञ समिति के चैयरपर्सन के साथ समिति के सदस्य न्यायधीश सेवानिवृत्त प्रमोद कोहली, सदस्य सामजिक कार्यकर्ता मनु गौर, सेवानिवृत्त आईएएस शत्रुघ्न ,अपर जिलाधिकार अशोक कुमार, शिवचरण द्विवेदी, एसडीएम राहुल शाह, तहसीलदार नवाजिश खलिक, ईओ नगर पालिका प्रभारी अधिशासी अधिकारी नैनीताल पूजा टम्टा के साथ ही ईसाई समुदाय के फादर नवीन, जीके ननवाल, विलसन सनवाल स्कूल के प्रबंधक गौरव सनवाल सेंट मेरिज कॉलेज की प्रधानाचार्य सिस्टर मंजूषा प्रबंधक सिस्टर शिवा व बार एसोसिएशन के गोपाल वर्मा, ममता बिष्ट, अमन चड्डा, नीरज शाह अधिवक्ता सहित अन्य लोग मौजूद थे।

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