आई फ्लू का प्रकोप जारी बचने के उपाय आज़माएँ सुरक्षित रहें

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 यह बीमारी एक वायरल रोग है, जो इंफेक्शन के कारण एक-दूसरे में आ जाती है। अत: जो भी व्यक्ति बार-बार आंख को रगड़ते हैं, उन्हें बै‍क्टीरियल इंफेक्शन हो जाता है और उसमें से पस जैसा डिस्चार्ज आने लगता है। साथ ही आंख आने वाले व्यक्ति की आंख में देखने से भी कंजंक्टिवाइटिस फैलता है। इस संक्रमण में आंखों में दर्द, जलन और आंखों में कुछ रेत की तरह चुभने का अहसास भी होता है।

कंजक्टिवाइटिस से बचने के उपाय : Conjunctivitis 10 Remedies

1. कंजक्टिवाइटिस के दौरान साफ-सफाई का ध्यान रखें।

2. आंखें आने पर बाहर धूप में निकलने पर आंखें दुखने लगती हैं अत: सनग्लासेज पहन कर ही घर से बाहर निकलें।

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3. दिनभर में कई बार साफ पानी से आंखों को धोएं।

4. आई ड्रॉप्स को आंखों में डालने के पहले और दवाई डालने के बाद भी अपने हाथ धोएं।

5. जिस व्यक्ति कंजक्टिवाइटिस का इंफेक्शन है, उससे दूरी बनाए रखें।

6. यदि घर में किसी को आंखों का इंफेक्शन है, तो उसका तकिया, तौलिया आदि कोई भी चीजें किसी दूसरे के साथ शेयर न करें।

7. यदि नेत्र रोग विशेषज्ञ आपको एंटिबायोटिक ड्रॉप या मलहम लगाने की सलाह देते हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि दवा का नोजल आंखों तथा पलकों पर टच न हो, इससे भी दूसरी आंख में कंजक्टिवाइटिस इंफेक्शन फैलाने का खतरा बढ़ जाता है।

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8. कंजक्टिवाइटिस का संक्रमण हाथों के जरिए भी फैल सकता है। अत: घर के सदस्यों तथा स्कूली बच्चों को एक-दूसरे के नजदीक न आने दें।

9. कंजक्टिवाइटिस रोग से ग्रसित व्यक्ति से हाथ न मिलाएं।

10. अगर घर में किसी एक बच्चे को इंफेक्शन है तो घर या स्कूल के दूसरे बच्चों के उसके संपर्क में आने पर

अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इनसे संबंधित किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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