दादा दादी नहीं बन सके तो बहु बेटे पर कर दिया केस, परवरिश पर खर्च हुए 5 करोड़ मांगे, कोर्ट पहुंचा अनोखा मामला

आज़ाद क़लम, हरिद्वार। यहां पोता-पोती का सुख ना देने पर वृद्ध माता-पिता ने अपने बेटे और बहू पर कोर्ट में केस कर दिया है। इतना ही बल्कि केस करने वाले माता-पिता ने अपने बहू-बेटे से बेटे की परवरिश और शिक्षा में खर्च हुए 5 करोड़ रुपये की मांग की है।
हरिद्वार की एक हाउसिंग सोसायटी में रहने वाले BHEL से रिटायर्ड इंजीनियर संजीव रंजन प्रसाद ने अपने इकलौते बेटे श्रेय सागर को बड़े प्यार से पाला-पोसा। उसे उच्च शिक्षा दी। पढ़ा-लिखा कर पायलट भी बनाया। अपने जीवन की सारी जमा पूंजी उसके सपनों को पूरा करने में लगा दी। सभी परिवारों की तरह उनका वंश भी आगे बढ़ सके इसके लिए उन्होंने साल 2016 में अपने बेटे की शादी नोएडा की रहने वाली शुभांगी के साथ कर दी।
बेटे की शादी करने के बाद बूढ़े मां-बाप घर में किलकारी गूंजने का इंतजार करते रहे। लेकिन बहू और बेटे की शादी के इतने साल बाद भी दंपति को दादा-दादी बनने सुख नहीं मिल सका। लिहाजा बूढ़े मां-बाप को ये अजीबो-गरीब कदम उठाना पड़ा। अब वृद्ध दंपति को कोर्ट से आस है। दोनों पति-पत्नी अपना दुख सुनाते हुए फफक कर रो पड़ते हैं।
कोर्ट में वाद दायर करने वाले बुजुर्ग दंपति के वकील अरविंद कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि इस तरह का मामला उनके सामने भी पहली बार आया है। घर परिवारों में अक्सर प्रॉपर्टी और जायदाद को लेकर विवाद सामने आते हैं। लेकिन ये अपनी तरह का पहला मामला है। दरअसल, बूढ़े मां-बाप अब जाएं तो जाएं कहां। उम्र के आखरी पड़ाव पर पहुंचे बुजुर्गों के पास कोर्ट के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है। हरिद्वार की तृतीय एसीजे एसडी कोर्ट में केस दाखिल किया गया है। उन्हें उम्मीद है कि न्यायालय वृद्ध दंपति के साथ न्याय करेगा. फिलहाल कोर्ट ने सुनवाई की अगली तारीख 17 मई निर्धारित की है।
