हल्द्वानी: कच्ची शराब पकड़ने निकली थी टीम, तमंचे बनाने की फैक्ट्री देख दंग रह गई पुलिस
आज़ाद क़लम, हल्द्वानी। बरहैनी के जंगल में कच्ची शराब बनाने की फैक्ट्री का पकड़ने गई वन विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम उस समय सन्न रह गई जब उसे घने जंगल के बीच तमंचा बनाने की अवैध फैक्ट्री दिखाई दी गई। संयुक्त टीम ने घेराबंदी कर दो लोगों को गिरफ्रतार किया है। मौके से भारी मात्रा में हथियार बनाने के उपकरण व एक बाइक भी बरामद की गई है। मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी पंकज भट्ट ने बताया कि बरहैनी के जंगल में कच्ची शराब बनाने की खबरें आ रही थी, जिस पर वन विभाग और पुलिस की एक संयुक्त टीम का गठन किया गया। कच्ची शराब के धंधे पर अंकुश लगाने के लिए वन विभाग और पुलिस की संयुक्त बरहैनी के घने जंगलों में कांबिंग के लिए पहुंच गई। घने जंगल में टीम को अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री मिल गई। पुलिस ने घेराबंदी कर दो लोगों को हिरासत में ले लिया जबकि एक युवक भागने में कामयाब रहा। पकड़े गए लोगों ने अपने नाम गुरमीत सिंह पुत्र दर्शन सिंह और अमरजीत सिंह पुत्र सतपाल सिंह निवासी खुशालपुर सकनिया थाना गदरपुर बताया। इस दौरान राजेन्द्र उर्फ राजू पुत्र दर्शन सिंह निवासी खुशालपुर सकनिया थाना गदरपुर मौके से फरार हो गया। टीम ने मौके से भारी मात्रा में अवैध असलहे बनाने का सामान सहित एक बाइक भी बरामद हुई है। एसएसपी ने बताया कि यहां पर अवैध रूप से देशी तमंचे बनाए जा रहे थे, जिनकी सप्लाई यूएस नगर के साथ ही हल्द्वानी आदि में भी की जा रही थी। टीम में एसओ कालाढूंगी राजवीर सिंह नेगी, एसआई कमित जोशी, कां. लखविन्दर सिंह, मिथुन कुमार के अलावा वन क्षेत्राधिकारी रूप नारायण गौतम, वन दरोगा लक्ष्मण सिंह जीना, वन आरक्षी दीपक नेगी शामिल रहे। एसएसपी ने इस सपफलता के लिए टीम को पांच हजार रूपए नगद ईनाम देने की घोषणा की है। बता दें कि कुछ साल पहले जौलासाल के जंगल में अवैध हथियार बनाने का कारखाना भी पकड़ा जा चुका है। यह जंगल अति घना होने के साथ ही माओवादी गतिविधियों के लिए भी चर्चित रहा है। यहां पर 2018 में माओवादियों का टेªनिंग कैंप भी पकड़ा जा चुका है।