हल्द्वानी-यूपी के रियल स्टेट कारोबारी पर महिला कर्मचारी ने लगाया दुष्कर्म का आरोप, एसएसपी के पास पहुंचा मामला
हल्द्वानी। उत्तर प्रदेश के रियल स्टेट ब्रोकर पर उसी की महिला कर्मी ने दुष्कर्म का आरोप लगाया है। ब्रोकर से जान का खतरा बताते हुए महिला ने एसएसपी को शिकायती पत्र सौंपकर कार्रवाई की मांग की। जिसके बाद एसएसपी के आदेश पर कालाढूंगी थाने में आरोपी के खिलाफ जीरो एफआईआर का मुकदमा दर्ज किया गया। जानकारी के अनुसार मथुरा की रहने वाली पीड़िता ने एसएसपी पंकज भट्ट को सौंपी गई तहरीर में कहा वह नोएडा की एक कंपनी में काम करती है, जो रामनगर और कालाढूंगी के आसपास रियर स्टेट का कारोबार करती है।
इंवेस्टर क्लीनिक नाम के ब्रोकर के प्रतिनिधि सुनील गुजराल ने पीड़िता को प्रोजेक्ट के सिलसिले कुलदीप कत्याल से मिलाया। जिसके बाद कुलदीप को पीड़िता का प्रोजेक्ट पसंद आया और उसने इनवेस्ट करने की बात कही। दोनों के बीच बातों का सिलसिला बढ़ा और दोस्ती हो गई। एक दिन कुलदीप ने प्रोजेक्ट में निवेश करने की बात की और उसी गेस्ट हाउस में बुलाया, लेकिन पीड़िता ने मनाकर दिया। कुलदीप उसे लेने नोएडा एक्सटेंशन पहुंच गया। उसने प्रोजेक्ट खरीदने का हवाला दिया और पीड़िता को सेक्टर 137 स्थित फ्रलैट में ले गया। निवेश की बात कर कुलदीप ने सेलिब्रेशन का ऑपफर दिया और जबरन ड्रिंक पिलाई।
नशे में उसने जबरन शारीरिक संबंध बनाए और आंख खुली तो एक दिन बीत चुका था। जिसक बाद महिला ने उसे पुलिस से कहने की बात कहीं तो कुलदीप ने मापफी मांगी और प्यार व शादी का आश्वासन दिया। कुछ माह बाद कुलदीप ने वैशाली नाम की लड़की से मिलाया और ट्रेनिंग देने के लिए कहा। फिर वह वैशाली के करीब होने लगा। कुलदीप के बारे में पूछताछ की तो पता चला कि कुलदीप पहले से शादीशुदा और उसके तीन बच्चे हैं। कुलदीप को उसकी असलियत बताई तो वह भड़क गया। पीड़िता के अश्लील फोटो और वीडियो वायरल करने की धमकी दी। उसने पीड़िता को फ्लैट में नजरबंद कर दिया और दुष्कर्म करता रहा। पीड़िता ने आत्महत्या की कोशिश की। जिसके बाद वह कुलदीप के चंगुल से आजाद होकर अपने घर मथुरा पहुंची। एसएसपी को दी शिकायत में उसने कहा कि कुलदीप के उत्तराखंड से लेकर यूपी तक के अधिकारियों में गहरी पैठ है और जान बचाने के लिए उसे मजबूरी में यहां शरण लेनी पड़ रही है। फिलहाल एससएपी पंकज भट्ट के आदेश पर कालाढूंगी पुलिस ने जीरो एफआईआर के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया।