मेरी बात से किसी को कष्ट पहुंचा है तो खुले हृदय से क्षमा मांगता हूं: बंसीधर भगत
आज़ाद क़लम:- हल्द्वानी। हिंदू देवी-देवताओं पर दिए बयान के लिए चर्चाओं में आए कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत ने अपने शब्द वापस लेते हुए माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि मेरी बात का गलत अर्थ निकाला गया। यदि मेरी इस बात से किसी को कष्ट पहुंचा है तो खुले हृदय से क्षमा मांगता हूं। बीते दिवस अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस आयोजित कार्यक्रम में अपने सम्बोधन के दौरान विधायक बंशीधर भगत ने कहा था कि जब विद्या मांगने की बारी आती है तो सरस्वती को पटाओ, शक्ति मांगनी हो तो दुर्गा को पटाओ और धन चाहिए तो लक्ष्मी को पटाओ। आदमी के पास है क्या एक शिव जी है जो हिमालय पर जाकर ठंड में घूम रहे हैं और भगवान विष्णु समुद्र की गहराई में छुपे हुए हैं। आपस में बेचारों की बात भी नहीं होती है। महिला सशक्तिकरण तो पूर्व में भगवान के समय से ही चलती आ रही है। भगत के इस बयान के बाद सोशल मीडिया में खासा चर्चाओं में आ गए थे। बुधवार को प्रेस वार्ता करते हुए विधायक भगत ने कहा यह मेरे लिए बहुत ही पीढ़ादायक पल है। जरा सी बात का तूल बनाया गया। मेरा कहना था कि महिलाएं हमेशा से ही पूजनीय रही है। यदि मेरी बात से किसी को कष्ट पहुंचा है तो खुले हृदय से क्षमा मांगता हूं और अपने शब्द वापस लेता हूं। वार्ता के दौरान भाजपा प्रदेश महामंत्री राजेंद्र सिंह बिष्ट, कमल नयन जोशी, तरुण बंसल, रवि कुरिया, विनोद मेहरा आदि मौजूद रहे।