मुझे तुम्हारी मदद की ज़रूरत है…100 साल के बाद मंज़िल तक पहुंचा प्रथम विश्व के समय लिखा गया ख़त
कहानी की शुरुआत होती है इंग्लैंड के बाथ शहर से. जहां से लिखकर इस खत को पोस्ट किया गया था. अब जब 100 साल से भी ज्यादा वक्त गुजरने के बाद जब यह खत मंजिल पर पहुंचा, तो इसे प्राप्त करने वाले लोग भी हैरत में रह गए. खत के ऊपर पेनी जॉर्ज वी की मुहर मौजूद है, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि, खत संभवत: पहले विश्व युद्ध के बीच में कभी लिखा गया होगा. थियेटर निदेशक फिनले ग्लेन ने इस बारे में मीडिया से कहा, “खत को देखने पर शुरू में लगा कि यह सन् 2016 में लिखा गया होगा. क्योंकि खत के ऊपर लिखा अंक 16 तो साफ साफ नजर आ रहा था. 16 से पहले लिखे अंक साफ दिखाई नहीं पड़ रहे थे. जब खत की सन् के पहले वाले दो अंकों को गौर से देखा गया, तो उसे देखने वालों की आंखें चौंक गईं. खत के ऊपर तक 1916 दर्ज था।
किसने और किसे लिखा गया था खत?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, खत के ऊपर किंग की मुहर लगी थी. इसने भी इस बात की पुष्टि की कि, खत 2016 का नहीं अपितु, 1916 में पोस्ट किया गया था. खत का इतिहास खंगाल कर उसे स्थानीय इतिहास संगठन के हवाले कर दिया गया. ताकि खत के बारे में और अनुसंधान संभव हो सके. और उसे संग्राहलय में सुरक्षित रखवाया जा सके। यह खत किसी केटी मर्श को लिखा गया था. उनकी शादी ओसवल्ड मर्श नाम के स्टांप डीलर से हुई थी. मर्श की फ्रेंड क्रिस्टेबल मेन्नल ने उन्हें यह खत लिखा था. जोकि बाथ शहर में तब रहती थीं. खत में उन्होंने लिखा था कि मुझे तुम्हारी मदद की जरूरत है. उस दिन मैंने जो किया. उसके बाद से मुझे खुद पर शर्मिंदगी महसूस हो रही है, मैं यहां जबरदस्त सर्दी के चलते बेहद बुरे दौर से गुजर रही हूं।