अगर कोई मुस्लिम भाई-बहनों को आंख दिखाएगा तो…औरंगजे़ब विवाद के बीच महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने बड़ा बयान दिया है, पढ़िये खबर

मुंबई: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने मुस्लिम समुदाय के खिलाफ किसी भी प्रकार की हिंसा या भेदभाव को लेकर कड़ा बयान दिया है। उन्होंने 21 मार्च को मुंबई में आयोजित एक इफ़्तार पार्टी में कहा कि भारत की विविधता में एकता की भावना को बनाए रखना बेहद जरूरी है और किसी को भी ‘विभाजनकारी ताकतों के जाल’ में नहीं फंसना चाहिए।
अजित पवार ने यह भी कहा, “हमने अभी होली मनाई है, गुड़ी पड़वा और ईद आ रहे हैं। ये सभी त्योहार हमें मिलजुल कर रहने की प्रेरणा देते हैं। हमें इन्हें मिलकर मनाना चाहिए, क्योंकि एकता ही हमारी असली ताकत है।”
उनके इस बयान का उद्देश्य उन लोगों को चेतावनी देना था, जो मुस्लिम समुदाय के खिलाफ किसी भी प्रकार का भेदभाव या हिंसा फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। पवार ने कहा, “मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि आपका भाई अजित पवार हमेशा आपके साथ है। जो भी हमारे मुस्लिम भाइयों और बहनों को आंख दिखाएगा, या दो समूहों के बीच लड़ाई पैदा करने की कोशिश करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।”
यह बयान उस समय आया है जब राज्य में औरंगज़ेब की कब्र को लेकर विवाद बढ़ गया है, जिसने नागपुर में हिंसा को जन्म दिया। संभाजीनगर ज़िले में हिंदू संगठनों ने औरंगज़ेब की कब्र हटाने की मांग की थी, जिसके बाद मुस्लिम समुदाय के पवित्र ग्रंथ कुरान को जलाने की अफवाह फैल गई। इसके परिणामस्वरूप नागपुर के कई हिस्सों में पथराव और आगजनी की घटनाएं हुईं।
अजित पवार ने कहा कि किसी भी सूरत में कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ करने वाले को माफ़ नहीं किया जाएगा और ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।


