भाजपा में बगावत होना तय, कांग्रेस में भी अंदरूनी घमासान जारी

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नैनीताल। निकट भविष्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में नैनीताल जिले की भीमताल विधानसभा क्षेत्र में चुनाव बेहद रोचक और दिलचस्प होने के आसार बन गए हैं। यही नहीं यह इकलौती ऐसी विधानसभा सीट होगी जहां विधायक की एक सीट के लिए उम्मीदवार भी सबसे अधिक होंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि यहां एक ओर भाजपा में बगावत होना तय माना जा रहा है वहीं दूसरी ओर कांग्रेस में भी अंदरूनी घमासान मचा हुआ है।
2017 में भीमताल विधानसभा सीट पर कुल 30.83 फीसदी मतदान हुआ था। निर्दलीय प्रत्याशी राम सिंह कैड़ा ने भाजपा के गोविंद सिंह बिष्ट को 3446 वोट से हराया था। जबकि कांग्रेस के दान सिंह भंडारी तीसरे स्थान पर रहे थे। भीमताल विधानसभा से बसपा के तारा दत्त पांडे चौथे स्थान पर रहे थे और उन्हें 8444 मतों पर संतोष करना पड़ा था। वर्ष 2012 में भाजपा के दान सिंह भंडारी ने सर्वाधिक 21494 वोट प्राप्त कर चुनाव जीता था और बसपा के मोहन पाल 15051 वोट लेकर दूसरे स्थान पर रहे थे।

इस बार भीमताल विधानसभा सीट पर हालात कुछ और ही हैं। भाजपा की ओर से पूर्व केबिनेट मंत्री गोविंद सिंह बिष्ट, मंडी समिति के पूर्व अध्यक्ष मनोज साह, धारी की ब्लाक प्रमुख आशा रानी, दुग्ध संघ लालकुआं के अध्यक्ष मुकेश बोरा और नगर पंचायत भीमताल के पूर्व अध्यक्ष राजेश नेगी ने टिकट के लिए दावेदारी की है। इन तमाम नेताओं की दावेदारी के बीच ही पिछले दिनों, वर्ष 2017 के चुनाव में निर्दलीय जीत दर्ज करने वाले राम सिंह कैड़ा भी भाजपा में शामिल हो चुके हैं। कैड़ा के भाजपा में शामिल होने के तुरंत बाद ही भाजपा का एक धड़ा कैड़ा के खिलाफ खड़ा हो गया जो इस चुनाव में पार्टी कार्यकर्ता को ही टिकट देने की मांग कर रहा है। जबकि टिकट की लाइन में कैड़ा इसलिए मजबूती से खड़े हैं क्योंकि वह सिटिंग एमएएल हैं।
वहीं दूसरी ओर कभी भाजपा के साथ मजबूती से खड़े रहने वाले रामगढ़ के पूर्व ब्लाक प्रमुख और जिला पंचायत सदस्य लाखन सिंह नेगी पिछले कई साल से गांव-गांव संपर्क कर अपनी पकड़ मजबूत करने में जुटे हुए हैं। नेगी का इस बार निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरना तय माना जा रहा है।
दूसरी ओर भीमताल विधानसभा सीट से कांग्रेस से पूर्व सांसद डा. महेंद्र सिंह पाल, पूर्व विधायक दान सिंह भंडारी, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता गोपाल सिंह बिष्ट, नगर पालिकाध्यक्ष देवेंद्र चनौतिया, पूर्व प्रमुख कृपाल सिंह मेहरा, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पुष्कर सिंह मेहरा, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष सतीश लाल वर्मा, पूर्व दर्जा राज्य मंत्री जया बिष्ट, संजय साह, मदन सिंह बोरा, आशा आर्या और निर्मला आर्या ने टिकट की दावेदारी की है।

पार्टी में केवल इसलिए घमासान मचा हुआ है कि हाल ही में युवक कांग्रेस से जुड़े एक नेता को युकांई हाईकमान ने प्रदेश स्तरीय पद दे दिया। यह सब स्थानीय कांग्रेसियों को रास नहीं आ रहा है। इसके विरोध में नगर पंचायत अध्यक्ष देवेंद्र सिंह चनौतिया समेत कई कांग्रेसी इस्तीफा देने की घोषणा कर चुके हैं।

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