सीआरपीएफ में नौकरी नहीं करनी थी, ट्रेनिंग पूरी करते ही दरोगा ने फांसी लगाई
हल्द्वानी। हाल ही में ट्रेनिंग कर ड्यूटी पर पहुंचे सीआरपीएफ के दरोगा ने शनिवार को फांसी लगाकर जान दे दी। साथियों ने दरोगा के शव को बैरक में
लगे पंखे के कुंडे से लटकता देखा। सूचना पर पहुंची काठगोदाम पुलिस ने शव को फंदे से उतारा और पंचनामे के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मौत की खबर पर बेटे से मिलकर घर जा रहे परिजन भी रास्ते से वापस लौट लाए। बताया जा रहा है कि दरोगा सीआरपीएफ की नौकरी नहीं करना चाहता था और इसी वजह से उसने जान दी। बिथला ढाकिया झज्जर हरियाणा निवासी सचिन मान 26 पुत्र विजय कुमार काठगोदाम स्थित केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के ग्रुप केंद्र में तैनात था। बताया जाता है कि सचिन एक माह पहले ही एसआई की ट्रेनिंग पूरी कर यहां तैनाती पर आया था, लेकिन वह सीआरपीएफ में नौकरी नहीं करना चाहता था। काठगोदाम थानाध्यक्ष प्रमोद पाठक ने बताया कि यही वजह थी कि सचिन को समझाने के लिए उसके परिजन ग्रुप केंद्र में आए थे। परिजनों ने भी सचिन से कहा था कि जब उसे दूसरी नौकरी मिल जाएगी तो वह इस नौकरी को छोड़ देगा, लेकिन तब तक वो यही नौकरी करे। दोपहर परिजन सचिन को समझाबुझा कर वापस अपनी कार से हरियाणा निकल गए। इधर, सचिन की बैरक में मौजूद साथी खाना खाने के लिए चले गए, लेकिन सचिन नहीं गया। इसी बीच सचिन ने बैरक में लगे पंखे से चादर फंसा फांसी लगा ली। कुछ देर में वहां लोग पहुंचे तो सचिन का शव फंदे से लटक रहा था। इस खबर से ग्रुप केंद्र में हड़कंप मच गया। सूचना पर काठगोदाम पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और परिजन भी रास्ते से वापस लौट आए।