हल्द्वानी के जंगल में दिखा ब्लैक जैकाल, वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर दीपांकर खुल्बे ने कैमरे में किया कैद

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अफ़ज़ल फौजी- नैनीताल। हल्द्वानी के वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर दीपांकर खुल्बे ने हल्द्वानी के निकटवर्ती जंगल में ब्लैक जैकाल (काला स्यार) होने का दावा करते हुए उसके फोटोग्राफ भी प्रेस को जारी किए हैं। ये ब्लैक जैकाल उत्तराखण्ड सहित आसपास के क्षेत्रों में पहली बार देखे जाने का दावा किया जा रहा।
शुक्रवार को नैनीताल में पर्यावरणविद व अंतराष्ट्रीय छायाकार पद्मश्री अनूप साह की मौजूदगी में पत्रकारों से वार्ता में दीपांकर खुल्बे ने 23 सितम्बर को हल्द्वानी के समीपवर्ती जंगल में ब्लैक जैकाल देखने का दावा किया। इस दौरान पद्मश्री अनूप साह ने वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के निदेशक डॉ0 जे एस रावत के हवाले से बताया कि इस इलाके में ब्लैक जैकाल देखे जाने का यह पहला मामला है । पूर्व में ईस्टर्न यू पी में ब्लैक जैकाल देखे गए। उन्होंने इसे वाइल्ड लाइफ प्रेमियों के लिये महत्वपूर्ण घटना बताया।
पत्रकार वार्ता में दीपंकर खुल्बे ने बताया कि उन्होंने जंगल में पहली बार दुर्लभ हाइब्रिड का ब्लैक जैकाल देखा और उन्होंने इस ब्लैकी का नाम “डोजा” रखा यानी घरेलू कुत्ते और जंगली सियार का मिश्रण।
उन्होंने बार लगभग 6 महीने पहले इस जंगल में गोल्डन,सफेद,गोल्डन ब्लैक रंग के स्यार देखे । तब काला स्यार भी देखा गया। लेकिन तब यकीन न होने के कारण नजरअंदाज कर दिया था क्योंकि यह असम्भव लग रहा था।
लेकिन फिर इसकी पुष्टि करने के लिए लंबे समय तक खोज करना शुरू किया और इस दुर्लभ स्यार को खोजने के लिए बहुत समय बिताया। आखिरकार 23 सितम्बर 2022 को ब्लैकी ( DOJA ) और गोल्डन जैकाल को एक साथ कैमरे में कैद कर लिया। जिसका वीडियो यूट्यूब चैनल वाइल्ड लाइफ जोन में उपलब्ध है। उन्होंने सम्भावना जताई कि ब्लैक जैकाल घरेलू कुत्तों के क्रॉस ब्रीड से पैदा हो सकता है। क्योंकि जिस जंगल में यह ब्लैक स्यार मिला है उसके निकटवर्ती क्षेत्र में नई आबादी बस रही है और वहां कूड़े की गन्दगी के पास आवारा कुत्ते व स्यार अक्सर देखे गए हैं।

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