उत्तराखंड में कोचिंग सेंटरों के ज़रिए ठंडी की जाएगी ‘अग्निपथ’ की ‘आग’, पढ़िये क्या आदेश दिये DGP ने
देहरादून। अग्निपथ योजना जहां देशभर में युवाओं द्वारा हिंसक प्रदर्शन किया जा रहा है तो वहीं उत्तराखंड भी इसकी आग से अछूता नहीं है। चंपावत, अल्मोड़ा, बागेश्वर और हल्द्वानी में युवाओं ने अग्निपथ योजना का विरोध किया है। चंपावत में जहां बीजेपी कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया गया तो वहीं, हल्द्वानी में केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री के घर के बाहर विरोध कर रहे युवाओं पर लाठी चार्ज भी किया गया।मामले की गंभीरता को देखते हुए डीजीपी अशोक कुमार ने पुलिस अधिकारियों को कुछ जरूर दिशा-निर्देश जारी किए है। अग्निपथ योजना के खिलाफ देशभर में हो रहे हिसक प्रदर्शन को देखते हुए उत्तराखंड पुलिस भी अलर्ट हो गई है। डीजीपी अशोक कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी जिलों के पुलिस प्रभारियों के साथ बैठक की। बैठक में डीजीपी अशोक कुमार ने आदेश दिए कि अराजकता और तनावपूर्ण माहौल बनाकर उपद्रव करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश भी दिए हैं। DGP अशोक कुमार ने राज्य के सभी जनपद प्रभारियों को अलर्ट रहने के साथ ही आर्मी कोचिंग सेन्टर संचालकों और प्रदर्शनकारी युवाओं से वार्ता कर शान्ति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के सख्त दिशानिर्देश दिए हैं। DGP ने कहा कि प्रदेश में किसी भी कीमत पर माहौल नहीं बिगड़ने दिया जाएगा। यदि कोई व्यक्ति असंवैधानिक तरीके से विरोध प्रदर्शन करके शान्ति या कानून व्यवस्था प्रभावित करता है, तो उसके विरूद्ध सख्त वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। रेलवे स्टेशन और बस अड्डे के अलावा अन्य भीड़भाड़ वाले इलाकों में पर्याप्त मात्रा में पुलिस फोर्स तैनात करने को कहा गया है।