142 साल पहले नैनीताल में आई थी भीषण आपदा, 151 लोगों की गई थी जान, सेंट जॉन्स चर्च में दी गयी श्रद्धांजलि

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नैनीताल। 1880 में आल्मा की पहाड़ी की आपदा में मारे गए लोगों को रविवार को सेंट जॉन्स गिरजाघर के श्रंधांजलि दी गई। श्रद्धांजलि में स्कूली बच्चे व नगर के कई लोग शामिल हुए। इस मौके पर विशेष प्रार्थना सभा आयोजित की गई।
1880 में यह दर्दनाक हादसा आज ही के दिन हुआ था। नगर की ऊंची चोटी पर स्थित आल्मा की पहाड़ी खिसककर जमीदोज हो गई। जिसमें अंग्रेजों समेत कई भारतीय नागरिकों को अपनी जान गवानी पड़ी थी। इधर रविवार देर शाम चर्च में मारे गए 151 लोगों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। मोमबत्तियां जलाई गई और मार्मिक गीत प्रस्तुत किए गए। इस तरह की घटना फिर कभी ना हो, इसके लिए विशेष प्रार्थना सभा की गई। पादरी मैक वाल्स ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में आपदा आती रहती हैं। प्रधानाचार्य किरन जरमाया ने कहा कि हम पर्यावरण को जितना सुरक्षित रखेंगे, आपदाएं उतनी ही कम होंगी। उन्होंने ईश्वर से दुआऐं पढी व देश, राज्य व नगर के मंगल भविष्य के लिए प्रार्थना की।
इस अवसर पर सेंट जोज़फ कालेज के प्रधानाचार्य ब्रदर हेक्टर पिंटो, सिस्टर मंजूषा, ए इमेन्युअल, पीटर इमेन्यूअल, बिशप्स शाह स्कूल की नीलम दानी, वीना मेसी, समेत आल सैंटस कॉलेज, सेंट जोज़फ कालेज, सेंट मैरी कॉलेज, सनवाल स्कूल, वुड ब्रिज आदि स्कूलों के बच्चे मौजूद कार्यक्रम के अंत में डॉक्टर पीटर इमेन्युअल सभी मौजूद लोगों का आभार व्यक्त किया।

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