राहुल गांधी के हत्थे चढ़ीं कंगना रनौत, राकेश टिकैत भी पीछे पड़े, बीजेपी ने किनारा कर लिया

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कंगना क्या बोली थीं?
कंगना रनौत ने अपने एक्स हैंडल से एक वीडियो को री-पोस्ट किया। इसमें कंगना कहती हैं कि जो बांग्लादेश में हुआ, वो यहां भी होते हुए देर नहीं लगती… अगर हमारा शीर्ष नेतृत्व इतना मजबूत नहीं होता. किसान आंदोलन के दौरान वहां लाशें लटकी थीं और रेप हो रहे थे. जब किसानों के हितकारी बिल वापस लिए गए, तो पूरा देश चौंक गया. लेकिन वो किसान आज भी वहां बैठे हुए हैं।

बीजेपी सांसद कंगना रनौत के किसान आंदोलन पर दिए विवादित कमेंट पर अब राहुल गांधी की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए इसे किसानों का घोर अपमान बताया है। राहुल का कहना है कि इस तरह के बयान बीजेपी के किसान विरोधी इरादों का सबूत हैं। राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर किसानों से किए वादे पूरे नहीं करने का आरोप लगाया। राहुल का ये बयान तब सामने आया है, जब ख़ुद बीजेपी ने ही कंगना के बयान से किनारा कर लिया है। भारतीय किसान यूनियन के लीडर राकेश टिकैत ने भी कंगना के बयान को देश के श्शहीद किसानों और करोड़ों अन्य लोगों का अपमान बताया है।

राहुल गांधी ने एक्स पोस्ट किया – लिखा कि किसानों से किए वादों को पूरा करने में मोदी सरकार नाकाम रही। ऊपर से उनका दुष्प्रचार तंत्र लगातार किसानों का अपमान करने में जुटा हुआ है। 378 दिन के मैराथन संघर्ष में 700 से ज्यादा किसानों की जान चली गई। उन किसानों को बीजेपी सांसद द्वारा बलात्कारी व विदेशी ताकतों का नुमाइंदा कहना ठश्रच् की किसान विरोधी नीति और नीयत का एक और सबूत है। इसे किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जा सकता।

टिकैत ने बताया किसानों का अपमान
इधर, भारतीय किसान यूनियन नेता राकेश टिकैत ने भी कंगना रनौत के बयान को देश में रहने वाले शहीद किसानों और करोड़ों अन्य लोगों का अपमान है। उन्होंने अपने एक्स पोस्ट में लिखा- 13 महीने चले किसान आंदोलन में 400 किसान संगठन, लाखों किसानों की मौजूदगी के बावजूद कोई हिंसा नहीं हुई। 700 से ज्यादा किसान शहीद हो गए। लेकिन किसानों ने धैर्य नहीं खोया. कृषि कानून बिल वापस ले लिए गए। इस बारे में बीजेपी सांसद कंगना रनौत का बयान शहीद किसानों और देश के करोड़ों किसानों का अपमान है।

बीजेपी ने किया किनारा
वही, बीजेपी ने कंगना के बयान से दूरी बना ली है। पार्टी का कहना है कि किसान आंदोलन को लेकर कंगना का बयान पार्टी का मत नहीं है। साथ ही, कंगना को हिदायत भी दी है कि वो भविष्य में इस तरह का कोई बयान न दें। दूसरी तरफ़ विपक्ष लगातार हमलावर है। कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने तो कंगना के विदेशी ताकत वाली बात को लेकर विदेश और गृह मंत्रालय से जवाब मांग लिया है। उन्होंने कहा है कि क्या मोदी सरकार इतनी कमजोर है कि उसकी नाक के नीचे से कोई भी विदेशी शक्ति देश में अस्थिरता पैदा कर दे. वहीं, पंजाब के कांग्रेस नेता राज कुमार वेरका ने कंगना रनौत के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और एनएसए के तहत एक्शन लेने की मांग की थी।

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