हल्द्वानी- बस्ती बचाने के लिए विधायक आवास किया कूच, ज्ञापन सौंपा, रखी ये मांग
हल्द्वानी। बस्ती बचाओ संघर्ष समिति ने बनभूलपुरा को उजाड़े जाने के विरोध में विशाल जुलूस निकाला। जुलूस बनभूलपुरा से शुरू होकर विधायक आवास तक पहुंचा, जहां पर विधायक को ज्ञापन सौंपा गया। उन्होंने बस्ती को उजाड़े जाने पर पुरजोर जताया। कहा कि जब इस क्षेत्र में रेलवे लाइन बिछाई ही
नहीं गई थी तब से लोग यहां पर निवास कर रहे हैं। ऐसे में रेलवे इसे अपनी जमीन बताकर प्रशासन केा भी गुमराह करने का प्रयास कर रहा है। शनिवार को
बस्ती बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले सैकड़ों लोग सड़क पर उतर आए। उनका कहना था कि रेलवे के पास इस जमीन का स्वामित्व नहीं है। जमीन पर मालिकाना हक के समर्थन में रेलवे प्रशासन आज तक ‘भूमि प्लान’ नक्शा ही पेश करता आया है। उत्तराखंड के राजस्व अभिलेखों में भूमि का प्रकार आज भी ‘खेवट’ या खाता नंबर दर्ज है। जो भूमि स्वामित्व के स्थानांतरण की अधूरी प्रक्रिया का स्पष्ट प्रमाण है। वक्ताओं ने कहा कि प्रदेश सरकार ने
पुनर्विचार याचिका की सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट में शपथ पत्र देते हुए कहा था कि 20 दस्तावेजों से स्पष्ट है कि रेलेव प्रशासन ने ईमानदारी से काम नहीं किया है। जिस क्षेत्र को उजाड़ने का फरमान जारी किया गया है, उस क्षेत्र में इंटर कालेज, प्राथमिक स्कूल, सरकारी अस्पताल, आंगनबाड़ी केंद्र आदि सरकारी संस्थाएं हैं। सरकारी योजना के तहत ही यहां पर सड़कें, नालियां, बिजली, पानी आदि की सुविधा लोगों को दी गई है। लोगों के पास जमीन पर फ्री होल्ड से लेकर पट्टे तक हैं, जिससे साफ जाहिर है कि यह जमीन सरकार की है ना की रेलवे की। उन्होंने रेलवे पर झूठा दावा पेश करने का आरोप लगाया। उन्होंने विधायक से इस प्रकरण में हस्तक्षेप करने की मांग की। उन्होंने विधानसभा सत्र में बस्ती के प्रकरण को उठाने, सरकार पर दबाव बनाने, सड़क से लेकर न्यायालय तकि लड़ाई लड़ने के साथ ही विधायक से हर जगह पैरवी करने की मांग की है। जुलूस में टीकाराम पांडे, रजनी जोशी, नसीम, रियासत अली, वासित, रईस, महेश, चंदन, कैलाश पाण्डेय, शहनाज, नीलम, आलिया, मुस्कान, अफ़सरी, सोनी, फातमा, समीना, अकबर सलमानी, बाहार अली, बानो, शाहिद, शाहजेब, अशपफ़ाक़, जुनैद, मुन्ना भाई, प्रकाश, मोहन मटियाली सहित सैकड़ों लोग शामिल थे।