मुस्लिम यूनिवर्सिटी या मुस्लिम गर्ल्स कॉलेज ? वाह री कांग्रेस, मुसलमानों के लिए शिक्षा मांगने को दिखाया बाहर का रास्ता

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देहरादून। चुनाव के दौरान मुस्लिम यूनिवर्सिटी की बात ने इतना तूल पकड़ा था कि कांग्रेस इसे अब तक अपने दामन पर लगा एक दाग मान रही है। उत्तराखण्ड विधानसभा चुनाव के दौरान अपने क्षेत्र में मुस्लिम गर्ल्स कॉलेज की स्थापना की मंशा ज़ाहिर करने के धोके में इसकी बजाय मुस्लिम यूनिवर्सिटी कह देने वाले प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष आकिल अहमद पर आखिरकार संगठन ने निष्कासन की कार्यवाई कर दी। महामंत्री संगठन मथुरा दत्त जोशी के हस्ताक्षर से आकिल अहमद के निष्कासन का फरमान जारी हुआ है। पत्र में लिखा है कि विधानसभा चुनाव के दौरान एवं उसके बाद आपके द्वारा इलेक्ट्रोनिक-प्रिंट एवं सोशल मीडिया के माध्यम से लगातार की जा रही बयानबाजी आपके पद की गरिमा के अनुकूल नहीं है।

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आपके द्वारा की गई अनर्गल बयानबाजी से पार्टी संगठन की छवि धूमिल हुई है। इससे पूर्व भी पार्टी संगठन द्वारा आपको अनर्गल बयानबाजी न करने की हिदायत देते हुए दिनांक 8 फरवरी, 2022 को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। इसके बावजूद आपके द्वारा इलेक्ट्रोनिक-प्रिंट एवं सोशल मीडिया के माध्यम से लगातार अनर्गल बयानबाजी की जा रही है जिसे केन्द्रीय नेतृत्व द्वारा गम्भीरता से लिया गया है। आपके इस कृत्य के लिए पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व के निर्देश पर कांग्रेस संविधान की धारा 19 (च) (4) के अन्तर्गत आपके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए आपको पार्टी के सभी पदों से अवमुक्त करते हुए तत्काल प्रभाव से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छः वर्ष के लिए निष्कासित किया जाता है।

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