महिला सुरक्षा को लेकर नैनीताल पुलिस ने कराई कार्यशाला, एसएसपी मीणा ने कही यह बात

हल्द्वानी। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर नैनीताल पुलिस ने महिलाओं की सुरक्षा और अपराधों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से मिनी स्टेडियम हल्द्वानी में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला में सीओ दीपशिखा अग्रवाल के नेतृत्व में महिला सुरक्षा हेल्पलाइन प्रभारी सुनीता कुंवर व टीम ने दो चरणों में कार्यक्रमों का आयोजन किया। जिसमें प्रथम चरण में महिला हेल्पलाइन टीम के प्रशिक्षित महिला कर्मियों ने ओपन स्टेडियम एरिया में सेल्फ डिफेंस टेक्निक्स में दैनिक उपयोगार्थ वस्तुओं से सेल्फ डिफेंस, सिंगल हैंड ग्रेप डिफेंस, डबल हैंड ग्रेप डिफेंस, फ्रंट हेयर पुल डिफेंस, बैक हेयर पुल, बैक बियर हग, माउंटेड टिड चोक, नाइफ अटैक डिफेंस टेक्निक के गुर सिखाए तथा आवश्यक महत्वपूर्ण जानकारी दी।
द्वितीय चरण में सीओ महिला सुरक्षा ने स्टेडियम ऑडिटोरियम में उपस्थित सभी प्रतिभागियों को महिला संबंधी अपराधों के प्रति जागरूक किया। सीओ साइबर सुमित पांडे ने बालिकाओं और महिलाओं को साइबर अपराधों के बारे में विस्तृत जानकारी दी और उनसे बचने के उपायों के बारे में भी समझाया। समाज में वर्तमान समय में बढ़ रहे नशे की प्रवृत्ति की रोकथाम तथा नशे से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में भी बताया गया। थानाध्यक्ष बनभूलपुरा नीरज भाकुनी ने मातृशक्ति की सराहना करते हुए महिला सुरक्षा के उपायों के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद एसएसपी पीएन नारायण मीणा ने सभी उपस्थित महिलाओं और बालिकाओं को पुलिस परिवार की ओर से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं दी और समाज में महिलाओं के अमूल्य योगदान की सराहना की। एसएसपी मीणा ने कहा कि महिलाओं की गंभीरता न केवल अपने आप को सुरक्षित महसूस कराती है जबकि उस परिवार के पुरुष सदस्यों को भी संवेदनशील और जिम्मेदार बनाती है कि महिलाओं की सुरक्षा तथा सम्मान के लिए उन्हें किस प्रकार का आचरण रखना है। यह एक गौरवशाली बात है कि पूरा देश यह जानता है कि उत्तराखंड प्रदेश की महिलाएं बहुत सशक्त और मजबूत हैं। नैनीताल पुलिस महिला सुरक्षा के लिए भरसक प्रयास कर रही है। इस दौरान महिला डिग्री कॉलेज, एमबीपीजी डिग्री कॉलेज, क्वींस पब्लिक स्कूल, बीरशिव स्कूल, खालसा इंटर कॉलेज और स्वयं सहायता समूहों के लगभग 300 सदस्य और छात्राएं मौजूद थी।
