निर्मल पांडे को याद करके भावुक हुए फिल्म इंडस्ट्री के यार दोस्त, निर्मल के अभिनय को लेकर कही ये बात

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नैनीताल। सरोवर नगरी में कुमाऊं विश्वविद्यालय के हरमिटेज भवन सभागार में तृतीय निर्मल पाण्डेय स्मृति फ़िल्म फेस्टिवल का शुभारंभ मुख्य अतिथि आशित चटर्जी संरक्षक एवं विशिष्ट अतिथि रोहिताश्व गौर डॉ कुमार विमलेंदु, मिथिलेथ पाण्डेय, निर्मल पाण्डेय स्मृति न्यास संस्थापक अनिल दुबे, सह संस्थापक रविन्द्र चौहान, मनोज जोशी और जहूर आलम द्वारा दीप प्रज्वलित कर फेस्टिवल का शुभारंभ किया गया। इस दौरान मुख्य अतिथि आशित चटर्जी सहित सभी अतिथियों द्वारा स्वर्गीय निर्मल पांडे के साथ बिताए गए पलों को साझा किया। इस दौरान डॉ कुमार विमलेंदु ने बताया दुनिया में फिल्मों की शुरूआत 1898 में लुमयर बंधुओं द्वारा प्रारंभ किया गया था और भारत में 1913 में राजा हरिश्चंद्र दादा साहब फाल्के द्वारा फिल्म बनाई गई थी।

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उन्होंने कहा स्वर्गीय निर्मल पांडे ने अपने अभिनय से भारतीय सिनेमा को आईना दिखाया था। उन्होंने कहा फिल्म इंडस्ट्रीज को हॉलीवुड कहना गलत है। जबकि हम सब अभिनय करने वाले कलाकारों को हिंदी फिल्म उद्योग कहना चाहिए इस दौरान टीवी कलाकार रोहिताश गौड़ ने एनएसडी से लेकर मुंबई तक के सफर मैं साथ किए गए अभिनय को मंच पर साझा किया। तत्पश्चात जो फेस्टिवल में 30 फिल्में नोमिनेट की गई थी उनको दिखाया जा रहा था। और इन्हीं फिल्मों से बेस्ट अभिनय डायरेक्शन सहित आठ कैटेगरी में पुरस्कृत किया जाएगा। खबर लिखे जाने तक सभी नोमिनेट फिल्में दिखाई जा रही थी। इस मौके पर निर्णायक मण्डल सदस्य आरिफ शहडोली, शोभा अक्षर,रोहित हितेश्वर अशोक मेहरा, ओम प्रकाश सिंह, मौजूद थे। और रात्रि सभी विजेताओं को पुरस्कृत कर सम्मानित किया जाएगा। कार्यक्रम का संचालन हेमंत बिष्ट और उमेश तिवारी विश्वास द्वारा किया गया। इस मौके पर दर्जनों रंगकर्मी फिल्म फेस्टिवल में मौजूद थे।

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