कामयाब रहा ऑपरेशन चक्रव्यूह, 49 अपराधियों को कुमाऊं से दुम दबाकर पड़ा भागना

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हल्द्वानी। शातिर अपराधियों पर पुलिस की नकेल कसने के लिए कुमाऊं भर में एक सप्ताह ऑपरेशन चक्रव्यूह अभियान चलाए रखा था। एक हफ्ते चला पुलिस का यह ऑपरेशन चक्रव्यूह में एक बड़ा खुलासा हुआ है। इस ऑपरेशन चक्रव्यूह से पता लगा कि कुमाउं में मौजूद कुल 540 शातिर अपराधियों में से 363 अपराधियों का सत्यापन कर लिया गया है। जिसमें से 38 अपराधी लापता है। जबकि 49 अपराधी उत्तराखंड को छोड़कर अन्य राज्यों में बस गए है। यह बात डीआईजी डा. नीलेश आनंद भरणे ने कही। पत्रकार वार्ता के दौरान कहीं। शनिवार को डीआईजी कैंप कार्यालय में पत्रकार वार्ता करते हुए कुमाउं रेंज के डीआईजी डा. नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि एक सप्ताह पूर्व ऑपरेशन चक्रव्यूह अभियान की शुरूआत की गई थी। जिसका उद्देश्य केवल हिस्ट्रीशीटर, सक्रिय और पेशेवर अपराधी, गुंडे, ऐसे अपराधी जिन पर तीन से अधिक अभियोग पंजीकृत हो और यह पता लगाना कि वर्तमान में कितने जेल में और कितने बाहर हैं।

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डीआईजी श्री भरणे ने बताया कि इस ऑपरेशन चक्रव्यूह अभियान के तहत प्रत्येक थाना क्षेत्र से तीन-तीन अपराधियों के नाम, पता व मोबाइल नंबर और फोटो एकत्र की गई थी। उन्होंने बताया कि कुमाऊं में कुल 540 अपराधी पंजीकृत हुए है। इनमें से यूएसनगर में 170, नैनीताल में 135, अल्मोडा में 70, बागेश्वर में 35, चंपावत में 40 और पिथौरागढ़ में 90 अपराधी हैं। उन्होंने बताया कि इस दौरान कुमाऊं में ऑपरेशन चक्रव्यूह के तहत कुमाउ से 540 अपराधियों में से कुल 363 अपराधियों को सत्यापित किए गए। जिसमें ऊधमसिंह नगर में 142, नैनीताल में 108, अल्मोड़ा में 56, बागेश्वर में 10, चम्पावत में 23 और पिथौरागढ़ में 24 हैं। उन्होंने बताया कि सत्यापन के दौरान यह सामने आया कि कुल 38 अपराधी अभी भी लापता हैं। जबकि 49 अपराधी अपना राज्य छोड़कर अन्य राज्यों में बस गए है। उन्होंने बताया कि इसी के साथ 209 ऐसे अपराधी हैं जो मौजूदा वक्त में शांत रहकर और रोजी-रोटी के लिए रोजगार या नौकरी कर रहे हैं। जबकि चार का जिला बदर और 63 अपराधी जेल में सजा काट रहे है।

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