मंसूबों पर पुलिस ने फेरा पानी- रामनगर और काशीपुर था अगला शिकार, घोड़ासन गैंग के दो गुर्गे गिरफ्तार
हल्द्वानी। शोरूम में लाखों की कीमत के हुए मोबाइल चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले घोड़ासन गैंग के गिरेबान तक पुलिस के हाथ पहुंच गए। दस दिन बाद पुलिस ने गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर चोरी के छह मोबाइल भी बरामद कर लिए। बांकी अन्य लोगों की तलाश के लिए पुलिस मोतियार गांव व नेपाल बोर्डर में दबिश दे रही है। पुलिस का दावा हैं कि शीघ्र ही अन्य और गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा। वहीं हल्द्वानी पुलिस ने गैंग के दो गुर्गों को तो गिरफ्तार कर अपनी पीठ थपथपा रही है। लेकिन माल को ठिकाने वाले गैंग के 8 गुर्गों अभी भी पुलिस की गिरफ्त से फरार है। पकड़े गए दो गिरोह के सदस्यों से पुलिस गहनता से पूछताछ कर रही है। जिसके बाद कल यानि आज सोमवार को पुलिस दोनों को कोर्ट में पेश करेगी।
रविवार को चोरी की वारदात का खुलासा करते हुए डीआईजी डा. नीलेश आनंद भरणे ने पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि बीते 9 सितंबर की सुबह नैनीताल रोड स्थित वन प्लस शोरूम में चोरी की वारदात को अंजाम देते हुए घोड़ासन गैंग के सदस्यों ने शोरूम से 163 वन प्लास के महंगे मोबाइल में हाथ साफ कर दिया था। उन्होंने बताया कि एसएसपी पंकज भट्ट ने घटनास्थल व दुकान में लगे सीसीटीवी फुटेजों खंगाला और घोड़ासन गैंग के सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए पांच टीमों का गठन करते हुए दिल्ली, पीलीभीत, गोरखपुर, हल्द्वानी, उधमसिंह नगर, काशीपुर, मुरादाबाद, बिहार राज्यों को रवाना की गई। उन्होंने बताया कि जिसके बाद पुलिस टीम को सूचना मिली की गैंग के सदस्य काशीपुर व रामनगर में किसी वारदात को अंजाम देने के फिराक में हैं। पुलिस टीम ने घेराबंदी करते हुए नईम देवान पुत्र मुन्ना देवान निवासी हसननगर घोड़ासन मोतीहारी बिहार व विक्रम पुत्र प्रेम चन्द्र प्रसाद निवासी गुलैरियाटोला थाना/पो.ओ0 घोड़ासहन मोतीहारी बिहार को रामनगर में रैकी करते हुए दबोच लिया। जिनकी तलाशी के दौरान पुलिस को चोरी किए हुए 6 मोबाइल बरामद किए हैं। जिनकी कीमत 64 लाख रूपए की है।
पकड़े गए गैंग के दोनो सदस्यों से पुलिस गहनता से पूछताछ कर रही है। पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि एक सितंबर को उन्होंने इंदौर एक घंड़ी के शोरूम में वारदात को अंजाम दिया और जिसके बाद वहां से पांच सौ घड़िया नेपाल भेज दी। जिसके बाद 9 सितंबर को हल्द्वानी में मोबाइल शोरूम में वारदात को अंजाम देने के बाद वह सब लोग अलग अलग दिल्ली शास्त्रीनगर पहुंचे जहां पर उन्होंने एक कमरा किराए पर लिया था। वहां से मोबाइल को गैंग के दो सदस्य गुड्डू व उसके साथी को दे दिया। सूत्रों की मानें तो हल्द्वानी पुलिस ने गैंग के दो गुर्गों को तो गिरफ्तार कर अपनी पीठ थपथपा रही है। लेकिन माल को ठिकाने वाले गैंग के 8 गुर्गों अभी भी पुलिस की गिरफ्त से फरार है। बताया जा रहा कि गैंग के गुड्डू व उसका साथी चोरी किए हुए मालों को नेपाल में बेचने का काम करता है। प
पुलिस टीम में ये रहे शामिल
बनभूलपुरा थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी, कालाढूंगी थानाध्यक्ष नंदन सिंह रावत, एसएसआई विजय मेहता, एसआई महेन्द्र प्रसाद, एसआई प्रकाश पोखरियाल, एसओजी प्रभारी राजवीर नेगी, राजपुरा चौकी प्रभारी दिनेश जोशी, एसआई, संजीत राठौड़, एसआई जगदीप नेगी, एसआई धर्मेंद्र कुमार, एसआई रविन्द्र राणा, एसआई नीतू सिंह, हैड कास्टेबल मौ. आकिल, कास्टेबल अमनदीप, दिलशाद, अरुण राठौर, ललित श्रीवास्तव, त्रिलोक सिंह, कुंदन कठायत, अशोक रावत, नसीम अहमद, बंशीधर जोशी, इसरार नवी, संजीत राणा, प्रकाश बड़ाल, संजीव राज, भगवान सैलाल, घनश्याम रौतेला, शेखर मल्होत्रा, प्रदीप, दिनेश नगरकोटी, अनिल गिरी शामिल थे।
पुलिस टीमों को इनाम की बौछार
शोरुम में हुई मोबाइल चोरी का पुलिस टीम द्वारा घोड़ासन गैंग के दो आरोपियों को गिरफ्तार करने पर डीआईजी डा. नीलेश आनंद भरणे ने पुलिस टीम को बधाई देते ईनामों की बौछार की है। डीआईजी डा. नीलेश आनंद भरणे ने 40 हजार रुपये व एसएसपी पंकज भट्ट ने 20 हजाए रुपये ईनाम देने की घोषणा की है।