हल्द्वानी में हादसे का शिकार होने से बाल-बाल बचे पत्रकार, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल, video

हल्द्वानी के मुखानी क्षेत्र स्थित चंदन डायग्नोस्टिक सेंटर और जलागम भवन में शुक्रवार को उस समय हड़कंप मच गया जब प्रेस वार्ता के लिए पहुंचे कई पत्रकार एक लिफ्ट हादसे का शिकार होते-होते बाल-बाल बच गए।
यह घटना उस समय हुई जब पत्रकार भाजपा नेता और जलागम परिषद के उपाध्यक्ष शंकर कोरंगा की प्रेस कॉन्फ्रेंस को कवर करने के लिए सेंटर की तीसरी मंजिल पर जा रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जैसे ही पत्रकार लिफ्ट में सवार हुए, लिफ्ट पहले अचानक बेसमेंट में चली गई और फिर ऊपर की ओर बढ़ी, लेकिन कुछ ही क्षणों बाद तेजी से नीचे गिर गई और सीधे बेसमेंट में आकर रुकी।
इस झटके से लिफ्ट में सवार पत्रकारों में अफरा-तफरी और दहशत फैल गई। घटना की सूचना तुरंत एसडीएम, नगर आयुक्त और क्षेत्राधिकारी (सीओ) सुमित को दी गई। प्रशासनिक अधिकारियों के मौके पर पहुंचने के बाद राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया, और सभी पत्रकारों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
इस घटना ने शहर में लिफ्ट सुरक्षा मानकों को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय पत्रकारों ने प्रशासन से मांग की है कि हल्द्वानी की सभी बहुमंजिला व्यावसायिक और आवासीय इमारतों में लिफ्टों की तकनीकी जांच कराई जाए। साथ ही जो लिफ्ट सुरक्षा मानकों पर खरी नहीं उतरतीं, उनके संचालन पर तत्काल रोक लगाई जाए।
विशेषज्ञों का कहना है कि कई इमारतों में लिफ्ट की नियमित जांच नहीं कराई जाती, जिससे इस प्रकार के हादसों की आशंका बनी रहती है। यह घटना भवन स्वामियों और प्रशासन के लिए चेतावनी है कि सुरक्षा उपायों में कोई लापरवाही भविष्य में बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है।


