दूरियां संवाद न होने से भी बढ़ती हैं, समाजसेवी अब्दुल कवी के आवास पर गोष्ठी में बोले आरएसएस के राष्ट्रीय संयोजक इन्द्रेश कुमार
हल्द्वानी। दूरिया संवाद न होने से भी बढ़ती हैं। वर्तमान समय में हिन्दु-मुस्लिमों के बीच देश में माहौल कुछ अच्छा नहीं है। तो ऐसे में और ज़रूरी हो जाता है कि समाज के बुद्धिजीवी लोग सामने आएं और माहौल पर बात हो तथा एक-दूसरे को सुना जाए। इसी मकसद के साथ वरिष्ठ समाजसेवी अब्दुल कवी के बरेली रोड स्थित आवास पर ‘सर्व समावेशी सामाजिक व्यवस्था’ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की शाखा मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संयोजक इन्द्रेश कुमार थे।
गोष्ठी के आयोजनकर्ता ने इस दौरान इन्द्रेश कुमार के सामने आज के समय की चुनौतियों को रखा और बताया कि आज हिन्दु-मुस्लिम में दूरियां बढ़ गयी हैं। उन्होने अपने निजी जीवन के कई उदाहरण दिए और बताया कि आज से पहले हमने कभी महसूस नहीं किया कि हम जिसके साथ उठ बैठ रहे हैं वो धर्म, मज़हब का है। न साथ में बैठने वालों ने हमें महसूस कराया कि हम किस मज़हब के हैं। इस तरह की तमाम शंकाओं को इन्द्रेश कुमार ने सुना और अपने वक्तत्वय में इस्लाम के इतिहास और उसकी तालीम पर रौशनी डाली तथा वतन से मुहब्बत के बारे में पैगंबरे इस्लाम मोहम्मद साहब के कई वक्तत्वयों की मिसाल दी।
उन्होने कहा कि अच्छे-बुरे लोग दोनों तरफ हैं। देश के लिए अच्छी सोच वालों को सामने आना होगा। इस मौके पर अमरनाथ जोशी, बिन्देश गुप्ता, पंकज कपूर, मोहन पाठक, सुशील कुमार, ज्योतिषाचार्य प्रकाश भट्ट, जहीर अंसारी, राहुल झिंगरन, हशमत अली, अब्दल समद, अब्दुल मतीन एडवोकेट, महबूब अली, रहमत अली खान, वक्फ बोर्ड के मेंबर डा. हसन नूरी, रुचि धस्माना, एडवोकेट गुलशन, अधिवक्ता आमिर मोहम्मद खान, आफताब आलम, अब्दुल वाजिद, अब्दुल माजिद, अधिवक्ता ललित जोशी समेत सैकड़ों लोग थे।