जेल में “सिद्धू” को करनी होगी मज़दूरी कितनी मिलेगी दिहाड़ी जानिए

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अज़ाद क़लम:- नवजोत सिंह सिद्धू को 1988 के एक मामले में सजा दी गई थी, जिसमें सिद्धू के हमले में एक बुजुर्ग की मौत के मामले में पहले सिद्धू को 3 साल की सजा सुनाई गई थी. अब सिद्धू के डाइट प्लान और काम को लेकर खबरें आ रही हैं. बताया जा रहा है उनके लिए खास तरह की डाइट तैयार की गई है और उन्हें जेल में क्लर्क का काम दिया गया है. सिद्धू को जेल में क्लर्क का काम करना होगा और इसके लिए उन्हें सैलरी भी मिलेगी.

दरअसल, जेल में सजा काट रहे कैदियों से काम भी करवाया जाता है और इस काम के लिए उन्हें पारिश्रमिक भी मिलता है. ऐसे ही सिद्धू को क्लर्क का काम मिला है. लेकिन, सवाल ये है कि आखिर ये कैसे तय होता है कि उन्हें कौनसा काम दिया जाएगा और इसके लिए उन्हें कितना पैसा मिलेगा? तो जानते हैं जेल में मिलने वाले कामों से जुड़ी हर एक बात…

किसे मिलता है काम?

जेल में जो दोषी व्यक्ति सजा काट रहे होते हैं, उन्हें काम दिया जाता है. यह काम अपनी इच्छा से भी कर सकते हैं और कई कैदियों की सजा में काम को शामिल किया जाता है. यानी कोर्ट फैसले में कहती है कि दोषी को बामशक्कत सजा दी जाए यानी उससे काम करवाया जाए. लेकिन, ऐसा नहीं है कि वो सिर्फ काम करते हैं बल्कि उन्हें इस काम के लिए पैसा मिलता है. उन्हें सैलरी भी दी जाती है.

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किसे मिलता है कौनसा काम?

बता दें कि जेल में कैदियों को तीन कैटेगरी के जरिए काम दिया जाता है. इसमें पहले कैटेगरी स्किल्ड, दूसरी सेमी स्किल्ड और तीसरी अनस्किल्ड है. ऐसे में कैदी की शिक्षा आदि के आधार पर यह निर्धारित होता है उन्हें किस कैटैगरी का काम दिया जाए. लेकिन, हर प्रदेश की जेल में इनकी सैलरी अलग होती है. जैसे अभी नवजोत सिंह सिद्धू क्लर्क का काम कर रहे हैं तो उन्हें 40 से 90 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से पैसा दिया जाएगा. खास बात ये है कि पहले उन्हें तीन महीने इस काम की ट्रेनिंग दी जाएगी कि कैसे रिकॉर्ड को मेनटेन करना है. लेकिन इस तीन महीने के लिए उन्हें पैसा नहीं मिलेगा और बाद में पैसा मिलना शुरू होगा.

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कितना मिलता है पैसा?

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2015 में जारी हुए एनसीआरबी के डेटा के अनुसार पुडुच्चेरी में सबसे ज्यादा 180 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से मजदूरी मिलती हैं. वहीं, सेमी स्किल्ड को 160 और अनस्किल्ड को 150 रुपये दिए जाते हैं. इसके अलावा में तिहार में 171 से 107 तक रुपये तक पैसे मिलते हैं. वहीं, बिहार में 156 रुपये से 112, 103 रुपये और राजस्थान में 150 रुपये से लेकर 130 रुपये तक मिलते हैं. हालांकि, कई जगह तो 30, 35, 26 रुपये तक भी पैसे दिए जाते हैं.

किसको क्या काम?

बता दें कि जेल में स्किल्ड कैदियों को टेलरिंग, कुछ चीज बनाने या फिर कोई अलग काम दिया जाता है. जो लोग सेमी-स्किल्ड होते हैं, उन्हें कुकिंग, हेयर कटिंग, गार्डनिंग, खेती काम दिया जाता है. इसके अलावा अनस्किल्ड कैदियों को सफाई आदि का काम दिया जाता है.

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