हल्द्वानी में ज़मीन की ऐसी धोखाधड़ी, जिनके नाम ज़मीन उन्हें 70 साल से किसी ने नहीं देखा, मंडल आयुक्त दीपक रावत ने जांच बैठाई

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हल्द्वानी। ज़मीनों की धेखाध्ड़ी के मामले आए दिन पकड़ में आ रहे हैं लेकिन फिर भी इन मामलों में कमी देखने को नहीं मिल रही है। शनिवार को आयुक्त/सचिव मुख्यमंत्री दीपक रावत की जनसुनवाई में लैंडफ्रॉड का एक और गंभीर मामला पहुंचा। जनता दरबार में जिले के बसगांव ग्राम से एक मामला सामने आया जिसमें गांव के मनोज सिंह ने लगभग 13 नाली 07 मुठ्ठी भूमि मुरलीधर जोशी और जयकिशन जोशी से खरीदी है। मनोज सिंह ने बताया कि भूमि के असली मालिक से वह कभी नहीं मिले और सीधा इसी साल की 16 अगस्त को नैनीताल सब रजिस्ट्रार के यहां रजिस्ट्री के लिए मिले।

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इसके साथ ही उन्होंने रजिस्ट्री में 14 लाख का चेक सबूत के तौर पर लगाया है जिसे खरीदार ने अभी तक भुनाया नहीं है। गांव वालों का कहना है कि जिसके नाम पर भूमि दर्ज है उन दो व्यक्तियों को पिछले 70 सालों में कभी नहीं देखा गया। मामले की संदिग्धता को देखते हुए आयुक्त ने रजिस्ट्री में बेचने वालों के आधार कार्ड की मौके पर ई डिस्ट्रिक्ट मैनेजर से जांच कराई जिसमें दोनों के आधार कार्ड नम्बर फर्जी पाए गए। जो मोबाइल नम्बर खरीदार मनोज सिंह ने रजिस्ट्री में दिया है वह भी हरीश पांडेय नामक व्यक्ति का सामने आया। जिसके नाम पर उसी दिन जमीन की पावर ऑफ अटॉर्नी भी हुई है। आयुक्त ने मामले को लैंडफ्रॉड समिति में रखने, मामले की तह तक जाने और गहन जांच पड़ताल की बात कही।

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