दिल्ली के प्रशासनिक अधिकारी की उत्तराखण्ड में घिनौनी करतूत…
अल्मोड़ा। अंकिता हत्याकांड से आहत देवभूमि अब एक बार फिर से शर्मसार होने की कगार पर है। इस बार मामला एक नाबालिग बालिका संग यौन उत्पीड़न के साथ-साथ बड़े स्तर पर सरकारी जमीन के अतिक्रमण और उसमें भवन इत्यादि के निर्माण से जुड़ा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार दिल्ली के एक एनजीओ संचालक पर एक नाबालिग लड़की ने यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाते हुए अल्मोड़ा के कार्यवाहक जिलाधिकारी सीएस मर्ताेलिया एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से भेंट कर शिकायती पत्र सौंपा है। आरोप लगाया है कि दिल्ली सरकार में तैनात अधिकारी एवी प्रेमनाथ ने अपने कार्यालय में नौकरी कर रही उसकी मां को टाडा-कांडा, मजखाली, जिला अल्मोड़ा स्थित अपनी पत्नी के एनजीओ प्लीजेंट वैली फाउंडेशन में चलने का दबाव बनाया और कोरोना महामारी के दिनों में लॉकडाउन के दौरान इस लड़की और उसकी मां के पास बनवा अपनी गाड़ी में टाडा कांडा गांव स्थित एनजीओ में लेकर गया।
यहां पहली बार प्रेमनाथ ने दुष्कर्म करने का प्रयास किया। 22 मार्च 2022 को इस लड़की पर उसकी मां की जमानत कराने का दबाव बना एवी प्रेमनाथ उसे अपने संग लेकर प्लीजेंट वैली पहुंच गया। प्लीजेंट वैली पहुंच कर प्रेमनाथ अपनी अश्लील हरकतों में उतर आया। पीड़िता ने डीएम और एसएसपी अल्मोड़ा से न्याय की गुहार लगाई है। गौरतलब है कि प्लीजेंट वैली फाउंडेशन की टाडा कांडा गांव में स्थित स्कूल परिसर में बड़ी मात्रा में सरकारी जमीन पर अतिक्रमण एवं अवैध निर्माण का मुद्दा पहले से ही प्रशासन की जानकारी में है। संस्था के खिलापफ सरकारी जमीन पर कच्ची सड़क, भवन एवं पानी की टंकी के निर्माण की पुष्टि जिला प्रशासन कर चुका है।
प्रशासन की रिपोर्ट में 1.09.11 हेक्टेयर भूमि में अवैध अतिक्रमण कर एक विशाल भवन बनाने की बात पुष्ट हो चुकी है। जुलाई 2020 में एसडीएम गोपाल सिंह चौहान द्वारा इस एनजीओ को नोटिस जारी कर कार्यवाही की बात कही गई थी लेकिन प्रेमनाथ के रसूख चलते अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। उक्त एवी प्रेमनाथ की पत्नी और एनजीओ को संचालक आशा प्रेमनाथ पर पहले से ही फर्जीवाड़ा कर जिला अल्मोड़ा में सौ नाली जमीन खरीदने संबंधित आपराधिक मुकदमा दर्ज है।