दूरी रहेगी न अब दूरी…..काठगोदाम से 100 की स्पीड में सरपट दौड़ी इलेक्ट्रिक ट्रेन
काठगोदाम। भारतीय रेल का मिशन इलेक्ट्रिपिफकेशन बुधवार को 29 किलो मीटर के लालकुआं काठगोदाम रेल खंड को पूरा करते हुए यहां पर स्पीड ट्रायल हुआ। पहली बार लालकुआं से काठगोदाम के लिए 100 किलोमीटर की स्पीड से ट्रेन को दौड़ाया गया। रेलवे के इस एक कदम और आगे बढ़ने से अब जल्द ही लंबी दूरियों की ट्रेनों का संचालन यहां से प्रारंभ होने का रास्ता खुल गया है। अब जल्द ही इस रेलखंड पर काठगोदाम जैसलमेर, काठगोदाम हावड़ा, काठगोदाम जम्मू तवी, काठगोदाम देहरादून, काठगोदाम लखनऊ सहित अन्य ट्रेन इस रेलखंड पर विद्युत इंजनों से दौड़ेगी।
रेलवे के प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर और मंडल रेल प्रबंधक ने आज रेलखंड का निरीक्षण किया तथा लालकुआं, हल्द्वानी, काठगोदाम रेलवे स्टेशनों का निरीक्षण कर अन्य छूटी खामियों को तुरंत पूरा करने के भी निर्देश दिए इस दौरान उन्होंने सिग्नल, इलेक्ट्रिक, पॉइंट्स, तथा विद्युत उपकरणों के साथ अन्य निर्माण कार्यों को भी परखा। पूर्वाेत्तर रेलवे गोरखपुर के प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर अनिल कुमार शुक्ला तथा मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष पंत ने लालकुआं से चलने से पूर्व नारियल फोड़कर इस स्पीड ट्रायल का शुभारंभ किया तथा लाल कुआं से काठगोदाम 29 किलोमीटर की दूरी 100 किलोमीटर की स्पीड से इंजन को दौड़ाकर पूरी की। गौरतलब है कि लालकुआं से विद्युत से ट्रेनों का संचालन प्रारंभ हो गया है जबकि काशीपुर और लालकुआं खंड के बीच अभी इस पर गति परीक्षण होना है। काठगोदाम से लालकुआं तक विद्युत गति परीक्षण होने के बाद यदि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो आने वाले कुछ समय में इस रेलखंड पर विद्युत इंजन से लंबी दूरियों की ट्रेनों का संचालन प्रारंभ हो जाएगा।