बीवी का कत्ल-हथौड़े के वार से नहीं मरी तो ज़हर का इंजक्शन लगाकर सुलाया मौत की नींद

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देहरादून। रायपुर में एक व्यक्ति ने पत्नी के पेट पर हथौड़े से कई वार किए, लेकिन जब वह मरी नहीं तो उसने इंजेक्शन में जहर भरकर लगा दिया, जिसके कारण उसकी मौत हो गई। साक्ष्य मिटाने के लिए उसने रातों-रात पत्नी का अंतिम संस्कार भी करवाने की तैयारी कर ली, लेकिन पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपित मूल रूप से अररिया, बिहार का रहने वाला है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर ने पत्रकार वार्ता में बताया कि बीते शनिवार को रणजीत सिंह साह निवासी सीकरी, जिला अररिया, बिहार ने रायपुर थाना पुलिस को सूचना दी थी। बताया था कि उनकी बहन पिंकी (26) का विवाह 10 साल पहले ठेकेदारी करने वाले वीरेंद्र कुमार साह उर्फ कृष्णा पुत्र शंकर लाल शाह निवासी झिलमिल कालोनी, सोडा सरोली मूल निवासी ग्राम काशीबाड़ी, जिला अररिया, बिहार के साथ हुआ था। उनके तीन बच्चे हैं।

पिंकी से उनकी 17 दिसंबर को फोन पर बात हुई तो उसने बताया कि पति कृष्णा साह ने उसे हथौड़े से पीटा है। उसकी हालत काफी गंभीर है। वह अब नहीं बचेगी। सूचना पर थानाध्यक्ष रायपुर कुंदन राम पुलिस फोर्स के साथ 18 दिसंबर की सुबह कृष्णा साह के घर पहुंचे। इस दौरान देखा कि पिंकी फर्श पर मृत अवस्था में पड़ी थी। पुलिस ने जब कृष्णा साह से पूछताछ की तो उसने बताया कि 13 दिसंबर को पिंकी सीढ़ियों से गिर गई थी, जिसके कारण उसकी हालत गंभीर हो गई और बार-बार उल्टी करने के चलते उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने कृष्णा साह से सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि पिंकी अक्सर उससे झगड़ती थी। कुछ दिनों से घर में पानी नहीं आ रहा था। घर से कुछ दूर से उन्हें पानी लाना पड़ रहा था।

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13 दिसंबर को कृष्णा साह ने पिंकी को पानी लाकर कपड़े धोने, कमरे में पोछा लगाने और बर्तन साफ करने के लिए कहा था, लेकिन जब वह शाम को काम से लौटा तो देखा कि पिंकी ने कोई भी काम नहीं किया था। इसी बात पर दोनों के बीच झगड़ा हो गया। आरोपित ने पुलिस को बताया कि उसने पिंकी के ऊपर ताबड़तोड़ हथौड़े से वार किए, जिससे वह बेहोश होकर फर्श पर गिर पड़ी। इसके बाद आरोपित कृष्णा साह ने दूसरे कमरे में जाकर बच्चों को धमकाया कि कोई पूछेगा तो बताना कि मम्मी सीढ़ियों से गिर गई थी। आरोपित ने बताया कि पिंकी को पता चल गया था कि वह अब बचेगी नहीं, इसलिए वह उसकी शिकायत पुलिस से करने की बात कह रही थी। पुलिस के डर से 17 दिसंबर की रात को जब बच्चे सो गए तो उसने इंजेक्शन में जहर भरकर पिंकी को लगा दिया।

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रात करीब तीन बजे पिंकी की मृत्यु हो गई। शव को ठिकाने लगाने के लिए उसने अपने साथ काम करने वाले श्रमिकों को अंतिम संस्कार कराने के लिए बुला लिया और हरिद्वार जाने के लिए बस भी बुक करा ली थी। तभी सुबह पुलिस घर में धमक गई और वह पकड़ा गया। आरोपित की निशानदेही पर पुलिस ने घर के पास ही झाड़ियों से हत्या में इस्तेमाल हथौड़ा, जहर की शीशी व इंजेक्शन बरामद कर लिया।

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