शाहीनबाग प्रोटेस्ट, किसान आंदोलन पर डॉक्यूमेंट्री बनाने वाले अमरीकी पत्रकार को एयरपोर्ट से ही वापस भेजा न्यूयॉर्क…परिवार से मिलने आए थे अंगद…मां ने कहा-बेटे ने सच बोलने की कीमत चुकाई है

निजी यात्रा पर परिवार से मिलने भारत आए अमेरिकी पत्रकार अंगद सिंह को बुधवार रात दिल्ली पहुंचने के तुरंत बाद वापस न्यूयॉर्क भेज दिया गया। सिंह की मां गुरमीत कौर ने एक फेसबुक पोस्ट में यह दावा किया। सिंह की मां कौर के अनुसार वह निजी यात्रा पर भारत आए थे। अंगद सिंह ने ‘वाइस’ न्यूज के लिए एशिया केंद्रित डॉक्युमेंट्री बनाई थी। उन्होंने कहा मेरा बेटा अमेरिकी नागरिक है। वह 18 घंटे की यात्रा कर दिल्ली पहुंचा था। जहां से उसे पंजाब जाना था। लेकिन उसे अगली फ्लाइट में बिठाकर वापस न्यूयॉर्क भेज दिया गया। कौर ने दावा किया उन्होंने कोई कारण नहीं बताया।
सिंह ने भारत में कोविड-19 महामारी और निरस्त किए जा चुके तीन कृषि कानूनों के खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर किसानों के विरोध प्रदर्शन पर ‘डॉक्युमेंट्री’ की सीरीज बनाई थी। सिंह को वापस भेजे जाने के बारे में अब तक कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं आई है। सिंह के परिवार के मुताबिक पत्रकार ने बुधवार रात 8.30 बजे दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंड किया और तीन घंटे के भीतर उन्हें डिपोर्ट कर दिया गया। एक सिख होना आसान नहीं होता. सच बोलने की एक कीमत होती है। अंगद सिंह सीएए और शाहीन बाग प्रोटेस्ट पर भी डॉक्युमेंट्री बना चुके हैं। उनके परिवार के एक सदस्य ने कहा सरकार जरूर डॉक्युमेंट्री से बहुत ज्यादा निराश होगी। हाल ही में दलितों पर एक डॉक्युमेंट्री बनाने के लिए उसने वीजा मांगा था लेकिन उसे रिजेक्ट कर दिया गया। अब वह एक निजी यात्रा पर परिवार से मिलने आ रहा था।
