अनोखी परंपरा:- बाबा को बीड़ी चढ़ाओ सुरक्षित यात्रा पाओ

ख़बर शेयर करें -

हमारे देश को सर्वधर्म समभाव के कारण जाना जाता है. इसके साथ ही हमारे देश में कई धर्मों के साथ ही तरह-तरह की संस्कृतियां पाई जाती है. इन सभी के अलावा देश में कई मंदिर हैं जो अपनी अलग-अलग मान्यताओं के कारण प्रसिद्ध हैं. फिलहाल मान्यता जो भी हो मंदिर में रहने वाले भगवान हमेशा से ही अपने भक्तों का ख्याल रखते देखे गए हैं. इसी बीच हमारे देश में एक ऐसा भी मंदिर है जिसकी मान्यता सुनकर हर कोई हैरान रह जाता है.

यह भी पढ़ें 👉  अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का अल्पसंख्यक दर्जा बरकरार रहेगा या नहीं...सुप्रीमकोर्ट ने दिया फैसला

दरअसल हम कैमूर जिले के भगवानपुर प्रखंड के 1400 फीट ऊंची पहाड़ी पर स्थित मुसहरवा मंदिर की बात कर रहे हैं. लोगों की मान्यता है कि जो भी इस पहाड़ी को पार करता है उसे अपनी यात्रा की मंगलकामना के लिए यहां पर आकर बाबा को बीड़ी चढ़ानी पड़ती है. वहीं ऐसा नहीं करने पर यात्रा के दौरान कुछ बुरा होने की संभावना बनी रहती है.

यह भी पढ़ें 👉  सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा बोर्ड को संवैधानिक वैधता दी, इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला खारिज

लोगों को मानना है कि सुरक्षित यात्रा के लिए मुसहरवा बाबा को बीड़ी चढ़ाना बेहद जरूरी है. ऐसा नहीं करने पर लोगों के साथ बूरा होता है. वहीं जिनके पास बीड़ी चढ़ाने के लिए नहीं होता है वो मुसहरवा बाबा के दान पेटी में बीड़ी चढ़ाने के लिए पैसा डालते हैं फिर आगे बढ़ते हैं. मुसहरवा बाबा का मंदिर 1400 फीट ऊंची पहाड़ी चढ़ने पर अधौरा जाने के मुख्य मार्ग में पड़ता है.

Ad