दाबका पुल पर दो कारों में भीषण टक्कर, तमाशबीन खड़े रहे, आरटीओ विमल पांडे ना पहुंचे होते तो….

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हल्द्वानी। जैसे खाकी में भी इंसान छुपा होता है वैसे ही बढ़िया सूट-बूट पहने अफसर में भी इंसानियत होती है। हल्द्वानी आरटीओ विमल पांडेय अपने कार्यशैली के चलते अच्छे अधिकारियों में जाने जाते हैं। उन्होने मानवता की मिसाल पेश करते हुए कालाढूंगी रामनगर हाईवे पर हुए सड़क हादसे में गंभीर घायल को अपने सरकारी गाड़ी से अस्पताल पहुंचाया। कालाढूंगी रामनगर के दाबका पुल पर दो कारों की जबरदस्त भिड़ंत हो गई, जहां एक कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई जिसमें कार का चालक फंस गया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इस दौरान सड़क पर लोग तमाशबीन बने रहे लेकिन कार चालक को निकालने की किसी ने जहमत नहीं उठाई।

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लोग वीडियो बनाते रहे। इस दौरान किसी ने 108 सेवा को सूचना दी लेकिन कापफी देर तक 108 नहीं आई तो वहां से गुजर रहे हल्द्वानी एआरटीओ विमल पांडेय ने खून से लथपथ घायल व्यक्ति को तुरंत अपनी सरकारी गाड़ी में डाल हल्द्वानी के एक निजी हॉस्पिटल पहुंचाया। एआरटीओ ने खुद रास्ते में घायल के सर से बहरे खून को कपड़े से बांधकर रोके रखा। जिस वजह से एआरटीओ भी खून से लथपथ हो गए। बताया जा रहा कि घायल व्यक्ति का नाम नामित तिवारी है जो हल्द्वानी के लामाचौड़ के रहने वाले हैं। आरटीओ विमल पांडेय ने बताया कि वह काशीपुर से मुख्यमंत्री की वीआईपी ड्यूटी से लौट रहे थे जहां उन्होंने हाईवे पर घटना देख रुक गए सड़क पर खड़े लोग देखे। कोई भी व्यक्ति घायल की मदद नहीं करा था। ऐसे में उन्होंने घायल को तुरंत अस्पताल पहुंचाने का काम किया।

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