CNG LPG की दो गाड़ियों में लगी आग, चालीस गाड़ियां जलकर राख, कई लोगों की मौत
जयपुर में एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें दो ट्रकों, जिनमें सीएनजी और एलपीजी गैस लदी थी, के बीच टक्कर हो गई। इस दुर्घटना के बाद भीषण आग लगी, जिससे लगभग 40 गाड़ियां प्रभावित हो गईं। आग की चपेट में आकर कई यात्री जलकर मारे गए, जबकि 37 लोग गंभीर रूप से झुलस गए। इन्हें सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया है। खबर लिखे जाने तक अस्पताल में 5 शवों की पुष्टि हो चुकी है। राहत और बचाव कार्य में फायर ब्रिगेड जुटी हुई है। आग की चपेट में एक बस भी आ गई, जिससे भगदड़ मच गई।
यह हादसा जयपुर के भांकरोटा इलाके में स्थित एक निजी स्कूल के पास हुआ। पुलिस ने मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैंरू 9166347551, 8764688431, 7300363636।
जयपुर के जिला कलेक्टर जितेंद्र सोनी ने बताया कि आग पर अब काबू पा लिया गया है, और लगभग 40 गाड़ियां इसकी चपेट में आईं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने घटनास्थल का दौरा किया और अधिकारियों को घायलों के इलाज में किसी भी प्रकार की लापरवाही न करने का निर्देश दिया। उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं भी व्यक्त कीं।
राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खिमसर ने कहा कि प्रशासन और पुलिस मौके पर हैं और अस्पताल में अतिरिक्त बेड लगाए जा रहे हैं ताकि सभी घायलों का उपचार किया जा सके। उन्होंने बताया कि घायलों में से कई लोग गंभीर रूप से जल चुके हैं और उनका इलाज चल रहा है।
घटना के एक प्रत्यक्षदर्शी सुनील कटेरिया ने बताया कि जब उनके बस के पास ब्लास्ट हुआ, तो चारों ओर आग फैल गई। बस का गेट लॉक होने के कारण उन्होंने खिड़की तोड़ी और अन्य यात्रियों के साथ बाहर कूदकर अपनी जान बचाई, लेकिन कई लोग बस के अंदर ही फंस गए। सूचना के अनुसार कुछ लोगों की जलकर मौत हो गई।
हादसे के कारणों पर चर्चा करते हुए कहा जा रहा है कि जयपुर-अजमेर हाईवे पर यू-टर्न लेने की मजबूरी इस दुर्घटना का एक कारण हो सकती है। जानकारी के अनुसार, वसुंधरा सरकार के समय में रिंग रोड पर चढ़ने के लिए पुलिया का निर्माण पूरा नहीं हो सका, जिससे वाहनों को यू-टर्न लेने में परेशानी हो रही है।