उत्तर प्रदेश:-तो वोट कटुआ की हैसियत में भी नही है ओवैसी अटल है इस बार मुस्लिम वोटर
यूपी में मुसलमान मतदाता इस बार काफ़ी फोकस्ड दिख रहे हैं. मुस्लिम और जाट दोनों का दुशमन फिलहाल एक ही हैं और वो है बीजेपी. इस बार मुस्लिम वोट बंटने नहीं जा रहा है. उत्तर प्रदेश में मुसलमान वोट समाजवादी पार्टी को 50 फ़ीसदी के आसपास मिलता रहा है. एक बार 60 फ़ीसदी के ऊपर भी मिला है. इस बार मेरा अनुमान है 75 फ़ीसदी के आसपास मुसलमान वोट समाजवादी पार्टी को जा रहा है. बाक़ी बचे 25 फ़ीसदी में एआईएमआईएम, बसपा, कांग्रेस और दूसरी पार्टियों को मिल सकता है. एआईएमआईएम सीरियस वोट कटुआ तब साबित होगी, जब 8 से 12 फ़ीसदी के बीच वोट शेयर ले जाए. इस चुनाव में वैसा होता अभी तक नहीं दिख रहा.”