क्या महाराष्ट्र में 9 लोगो की सामुहिक आत्महत्या के पीछे ये जादुई वस्तु थी कारण

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आज़ाद क़लम महाराष्ट्र एक ही परिवार के 9 लोगों की मौत से सकते में आए म्हैसाल गांव के निवासियों ने बताया कि वनमोरे बंधु किसी चावल खींचने वाली धातु (राइस पुलर) के सौदे की बात करते रहते थे. ऐसा सुनने में आया कि दोनों भाइयों को किसी विदेशी कंपनी से 3000 करोड़ रुपये मिलने वाले थे.

वहीं, गांव में चल रही इस खुसरपुसर को लेकर सांगली के एसपी ने कहा कि ये सभी लोगों के बीच चल रही महज एक चर्चा है, उनके पास फिलहाल इसकी पुष्टि करने के लिए कुछ भी नहीं है.

– म्हैसल गांव में चर्चा है कि दोनों भाई चावल खींचने वाले राइस पुलर यानी चावल खींचने वाली जादुई धातु के सौदे में शामिल थे. एक गिरोह ने वनमोरे बंधुओं से वादा किया था कि अगर उन्हें ‘चावल खींचने वाली’ धातु मिलती है तो उन्हें भारी मुनाफा होगा. कथित तौर पर दोनों भाई गिरोह के चंगुल में फंसकर इस तरह के सौदे के लिए उधार पैसे लेते जा रहे थे.

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– ‘राइस पुलर’ ठगी देश और खासकर महाराष्ट्र के ग्रामीण हिस्सों में आम हैं. इस तरह की ठगी को अंजाम देने वाला गिरोह लोगों से राइस पुलर मतलब चावल खींचने वाली कथित जादुई धातु में निवेश करने के लिए मनाने की कोशिश करता है, जो तांबे और इरीडियम की मिश्रित धातु है. दावा किया जाता है कि आसमानी बिजली के संपर्क में आ जाने से राइस पुलर में अलौकिक शक्ति पैदा हो जाती है.

आखिर क्या है ‘राइस पुलर’?

– ठग दावा करते हैं कि राइस पुलर (जो कि लोटे, कटोरे, गिलास या मूर्ति के आकार का हो सकता है) चुंबकीय शक्ति के चलते अत्यधिक मूल्यवान है, और जिसे नासा (NASA) जैसी वैज्ञानिक संस्था उपग्रहों और स्पेस में ऊर्जा पैदा करने के लिए करोड़ों की कीमत में खरीदती है. इसी लालच में आकर लोग लाखों-करोड़ों की कीमत में ‘राइस पुलर’ को खरीद लेते हैं, जबकि कोई भी संस्था उनसे ‘राइस पुलर’ को खरीदने नहीं आती.

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– यही नहीं, शातिर ठग यह भी बताते हैं कि जो लोग इस खास धातु का बर्तन खरीदते हैं, तो उनके व्यापार और धन में दिन दूनी और रात चौगुनी वृद्धि होती है. ‘राइस पुलर’ को चमत्कारी बताने वाले एक खास टेस्ट भी कराते हैं, जो इसके असली या नकली होने की पहचान बताया जाता है.

 

सुसाइड नोट्स से पता चलता है कि उन्होंने बहुत अधिक उधार लिया था. मृतकों में से एक पोपट वनमोर को कुछ क्रेडिट संस्थानों से वसूली के नोटिस भी मिले थे. हालांकि, हम सभी एंगल से मामले की जांच कर रहे हैं.

– सांगली के एसपी दीक्षित गेदाम ने भी बताया कि सुसाइड नोट में यह उल्लेख किया गया था कि दोनों भाइयों ने किसी बिजनेस के लिए पैसे लिए थे. हालांकि, आखिर उनका क्या व्यापार था? इसकी जांच बाद में की जाएगी. लेकिन विस्तृत जांच और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ही मौत की सही वजह खुलेगी

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