नैनीताल में क्यों गर्माया माहौल ? कोतवाली में धरने पर बैठे लोग

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नैनीताल में पुलिसकर्मियों पर अभद्रता का आरोप लगा सभासदों और व्यापारियों ने शुक्रवार दोपहर मल्लीताल कोतवाली में धरना दिया। पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई के लिए हो रहे हंगामे के बीच एक कांस्टेबल को पैनिक अटैक पड़ने से माहौल गरमा गया। आनन-फानन पुलिसकर्मी को अस्पताल पहुंचाया गया। शाम करीब पांच बजे पालिकाध्यक्ष डॉ. सरस्वती खेतवाल की मौजूदगी में सीओ के जांच के आश्वासन पर सभासद माने और धरना खत्म किया।

सभासद पूरन बिष्ट बृहस्पतिवार शाम छह सभासदों संग अपने परिचित के साथ किसी मामले में शिकायती पत्र लेकर कोतवाली पहुंचे। सभासदों का कहना है कि कोतवाली में तैनात एक पुलिसकर्मी को उन्होंने शिकायती पत्र दिया लेकिन उन्होंने पत्र लेने व इसकी रिसीविंग देने से मना कर दिया। सभासदों और पुलिसकर्मी के बीच कहासुनी हो गई। इस पर वे लौट गए।

शुक्रवार को सभासद पूरन बिष्ट, मंटू जोशी, मनोज जगाती, जितेंद्र पांडे, गजाला कमाल, भगवत रावत, रमेश प्रसाद, सुरेंद्र कुमार, अंकित चंद्रा, भगवत रावत, सपना बिष्ट समेत अधिवक्ता व मल्लीताल व्यापार मंडल के महासचिव त्रिभुवन सिंह फर्त्याल और होटल एसो. अध्यक्ष दिग्विजय सिंह बिष्ट कोतवाली पहुंच गए। उन्होंने पुलिस पर अभद्रता का आरोप लगाते हुए कोतवाल हेम चंद्र पंत को शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की।

पुलिसकर्मियों ने भी सभासदों पर धमकी भरे लहजे में परिचय देते हुए रिसीविंग का दबाव बनाने का पक्ष रखा। आरोप-प्रत्यारोप चलते वार्ता बेनतीजा रहने पर सभासद कोतवाली के बाहर ही धरने पर बैठ गए। सूचना पर पालिकाध्यक्ष डॉ. सरस्वती खेतवाल भी कोतवाली पहुंच गई। निकाय कर्मी और पर्यावरण मित्र भी काम छोड़कर मौके पर पहुंचे। इस बीच कांस्टेबल वीरेंद्र को पैनिक अटैक पड़ गया। साथी पुलिसकर्मियों ने उसे बीडी पांडे अस्पताल पहुंचाया। हंगामा बढ़ने की सूचना पर सीओ प्रमोद साह कोतवाली पहुंचे। उन्होंने सभासदों व अन्य लोगों से वार्ता की। सभासदों ने सीओ को शिकायती पत्र देते हुए मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की। सीओ के जांच के आश्वासन पर सभासद शांत हुए और धरना खत्म किया।

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