सिगरेट, बीड़ी, पान मसाला मृत्यु का सबसे बड़ा कारण

ख़बर शेयर करें -

हल्द्वानी, जिलाधिकारी कैम्प कार्यालय हल्द्वानी में अपर जिलाधिकारी अशोक जोशी की अध्यक्षता मे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक मे जानकारी देते हुए बताया कि गया कि तम्बाकू का इस्तेमाल सिगरेट, बीड़ी, पान मशाला, सुंघनी आदि के रूप मे किया जाता है, जो मृत्यु का सबसे बडा कारण है। उन्होने बताया कि तम्बाकू के उपयोग के वजह से 25 से अधिक बीमारियां होती है तथा भारत मे एक तिहाई आबादी तम्बाकू का प्रयोग करती है। बताया गया कि भारत वर्ष मे 26.67 प्रतिशत पुरूष, 12.8 प्रतिशत महिलाएंे तथा 21.04 प्रतिशत युवा तम्बाकू का प्रयोग करते है तथा सबसे ज्यादा तम्बाकू का प्रयोग खैनी एवं बीडी के रूप मे किया जाता है। बताया कि तम्बाकू के सेवन से टीबी, एमफाईसीमा व हृदयरोग, फेफडों का कैंसर, हार्ट स्टोक का खतरा बढता है। तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान बताया गया कि स्कूलों, कालेजों की 100 मीटर की परिधि मे धूम्रपान के विक्रय पर रोक लगाने, विभिन्न स्थानों पर निर्दिष्ट चेतावनी बोर्ड लगाने के साथ ही बैठक में शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि प्रत्येक विद्यालय मे चेतावनी बोर्ड लगाये जाएं तथा बच्चों एवं युवाओं को इससे होने वाले नुकसान हेतु जनजागरूता लाई जाए तथा सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करने वालों का चालान किया जाए तथा प्रशासन की ओर से दण्डात्मक कार्यवाही की जाए, बताया गया कि पुलिस द्वारा चालान की कार्यवाही की जा रही है। बैठक मे मुख्य चिकित्साधिकारी डा. भागीरथी जोशी, एसीएमओ डा. टीके टम्टा, सहायक आयुक्त कमल किशोर जोशी, संजय सिह के साथ ही अधिकारी उपस्थित थे।

Ad
यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी-मां से अवैध सम्बंध थे, राज़ खुल न जाए बेटे को मार डाला