जीवन को बर्बादी की ओर धकेलती है नशे की लत: त्रिलोचन जोशी
टनकपुर। एपीजे अब्दुल कलाम इंजीनियरिग कॉलेज टनकपुर मे राष्ट्रीय सेवा योजना के सप्ताहिक शिविर में नशा मुक्ति अभियान चलाया गया। शिविर के तृतीय दिवस के बौद्धिक सत्र में नशा मुक्ति अभियान के संयोजक तथा छीनीगोठ हाईस्कूल के शिक्षक त्रिलोचन जोशी ने युवा इंजीनियरों को मादक पदार्थों से हो रहे दुष्परिणामों से अवगत करवाया। उन्होने बताया की बीड़ी, सिगरेट, शराब, ड्रग्स की लत युवा जिन्दगीयों मे अन्धेरा ही अन्धेरा लाती हैं। पढ़े लिखे नौजवान खुशी और गम के मौके मे इन पदार्थों के करीब आते है और धीरे-धीरे इनके गुलाम बन जाते हैं।
जाने और अनजाने भले ही हम लोग कुछ समय के लिये इन पदार्थों का आनन्द लेने की सोचते है लेकिन यही आनन्द कब वेदना मे बदल जाता है इसका अन्दाजा भी नहीं लगा सकते हैं। 20 से 30 वर्ष के अस्सी प्रतिशत युवा दोस्तों की संगत के कारण दस प्रतिशत उत्सुकता के कारण और शेष दस प्रतिशत युवा परिवार जनों की संवेदनहीनता के कारण नशे के दलदल मे फँसते जाते हैं। सीनियर साथियों का दबाव, बेरोजगारी का दौर, प्यार मोहब्बत मे असफलता, छात्रावासों के बिगड़ते माहौल के कारण युवा छात्र-छात्राएँ नशे का सहारा ले रहे हैं।उन्होने सभी ट्रेनी इन्जीनियरों को अपनी इच्छा शक्ति को मजबूत करने तथा अपने माता-पिता और अपने आदर्शों की फोटो बार-बार निहारते रहने का आह्वान किया।इस अवसर पर उपस्थित सभी विद्यार्थियों को आजीवन नशामुक्त रहने के संकल्प पत्र भरवाये गये और इस आशय की प्रतिज्ञा दिलवाई गई।महाविद्यालय टनकपुर के प्राचार्य एसके कटियार ने शिविरार्थियों को स्वच्छता के महत्व के बारे में विस्तार पूर्वक बताकर उन्हें मानसिक स्वच्छता सामान्य स्वच्छता एवं पर्यावरण स्वच्छता हेतु जागरुक किया। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम अधिकारी डीबी सिंह और सहायक कार्यक्रम अधिकारी सुषमा मक्कड़ द्वारा किया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम इंजीनियरिंग कालेज के डायरेक्टर डा अमित अग्रवाल, ड़ा सुषमा मक्कड़, ड़ा रश्मि पन्त, ड़ा अलप महर,ग्राम प्रधान पूजा जोशी, समाजसेवी अमित बिट्टू, एनएसएस कमांडर मोहम्मद आसिफ , करन राम प्रवेश प्रकाश, जितेंद्र कुमार अभिषेक कुमार, अनूप कुमार उपस्थित रहे।