क्या आप जानते है कि घड़ियों के विज्ञापन में हमेशा 10 बजकर 10 मिनट ही क्यों दिखया जाता है

आज़ाद क़लम:- आपने अक्सर देखा होगा कि घड़ी के विज्ञापनों में 10 बजकर 10 मिनट का ही वक्त दिखाया जाता है. क्या आप इसका कारण जानते हैं? चलिए हम आपको इससे जुड़े कारण और भ्रांतियों के बारे में बताते हैं.
घड़ियों को हमेशा 10 बजकर 10 मिनट पर इसलिए दिखाया जाता है क्योंकि इस वक्त पर घड़ी सिमिट्रिकल (Symmetrical Look) नजर आती है. समरूपता का ध्यान मनोविज्ञान की दृष्टि से रखा जाता है. इंसान को वो चीजें देखना ज्यादा पसंद होती हैं जो सिमिट्रिकल हो. 10:10 के समय सुइयां सबसे ज्यादा संतुलित नजर आती हैं.
10:10 घड़ियों के विज्ञापन में दिखाने का एक कारण है स्माइली (Smiley look of clock). जी हां, वही स्माइली जो आप फोन पर अपने दोस्तों को भेजते होंगे. 10 बजकर 10 मिनट समय को ध्यान से देखने पर लगता है कि घड़ी मुस्कुरा रही है. ऐसे में ग्राहकों को सकारात्मक संदेश जाता है और विज्ञापन पॉजिटिव लगता है
अफवाह- अब जब हमने आपको घड़ियों के विज्ञापन में 10:10 का वक्त दिखाए जाने का कारण बता दिया है तो अब आपको बताते हैं कि इससे जुड़ी भ्रांतियां क्या हैं जिसे अक्सर लोग फैलाते हैं सबसे पहली अफवाह है अब्राहम लिंकन (Abraham Lincoln death time on clock ads) की मौत का वक्त. लोगों का कहना है कि इसी वक्त पर लिंकन की मौत हुई थी इसलिए घड़ियों के विज्ञापन में ये समय दिखाया जाता है. मगर सच तो ये है कि लिंकन को गोली रात के 10:15 पर लगी थी और अगली सुबह करीब 7 बजकर 22 मिनट पर उनकी मौत हुई थी.


