हल्द्वानी में ऐतिहासिक उत्तरायणी महोत्सव कल से, ये कलाकार देंगे प्रस्तुति
हल्द्वानी। पर्वतीय सांस्कृतिक उत्थान मंच हीरानगर में आठ दिवसीय उत्तरायणी महोत्सव का आगाज आज यानि सोमवार को गोल्जयू पूजन के साथ शुरू होगा। महोत्सव को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। उत्तरायणी महोत्सव में कुमाऊंनी संस्कृति से ओत-प्रोत रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम, लोक गीत, लोक नृत्य, सांस्कृतिक व्यापार मेला, खेलकूद एवं सामाजिक व सांस्कृतिक संदेशों से सुसज्जित भव्य शोभायात्रा मुख्य आकर्षण का केंद्र होंगे। यह बात मंच के अध्यक्ष डा. खड़क सिंह बगडवाल एवं संरक्षक हुकुम सिंह कुंवर ने संयुक्त रूप से बताई। रविवार को हीरानगर स्थित पर्वतीय सांस्कृतिक उत्थान मंच में आयोजित पत्रकार वार्ता करते हुए मंच के संरक्षक हुकुम सिंह कुंवर व अध्यक्ष खड़क सिंह बगडवाल ने बताया कि पर्वतीय सांस्कृतिक उत्थान मंच द्वारा 42 वर्षों से लगातार निर्वाध रूप से मंच प्रांगण में घुघुतिया त्यार ;उत्तरायणी मेलेद्ध का आयोजन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि 8 से 15 जनवरी तक शाम को स्टार नाइट का आयोजन किया जाएगा। जिसमें लोक संस्कृति से जुड़े जाने माने कलाकर अपनी प्रस्तुतियां देंगे। उहोंने बताया कि 8 जनवरी को अमित गोस्वामी, सूरज आर्य, बबीता 9 जनवरी को अमित शर्मा, राकेश जोशी व महिपाल, 10 जनवरी को ममता आर्य, जितेन्द्र, 11 जनवरी को राकेश पनेरू, आशा नेगी, 12 जनवरी को बेबी प्रिंयका चन्द्र, कैलाश कुमर अपनी प्रस्तुति देंगे। जबकि 13 को चन्द्रप्रकाश व पंकज पांडे, 14 को नैननाथ रावत, ललित व विक्की आर्य द्वारा अपनी सुंदर प्रस्तुती देंगे। वहीं मेले के अंतिम दिन 15 जनवरी को पवन कार्की, सुनील कुमार व महेन्द्र अपनी परिचित गायकी से लोगों को मंत्रामुग्ध् करने का काम करेंगे। इधर मंच के संरक्षक हुकुम सिंह कुंवर ने बताया कि कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा पर्वतीय संस्कृति के साथ ही मंच की छवि भी ध्ूमिल की जा रही थी जिसका उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया गया।
जिस तरह के आरोप लगाए गए थे। मंच के सभी सदस्यों ने एकजुटता का परिचय दिया और यह साबित कर दिया कि संस्था निर्विवाद गैर राजनैतिक संस्था है। उन्होंने बताया कि मेले के माध्यम से कुमाऊंनी संस्कृति का प्रचार-प्रसार व संरक्षण किया जा रहा है। मेले में सभी कार्यक्रम कुमाऊंनी भाषा में किए जाते रहे हैं। पत्रकार वार्ता के दौरान भुवन जोशी, त्रिलो बनौली, शोभा बिष्ट, पूरन भंडारी, देवेन्द्र तोलिया, संदीप भैसोड़ा, गोपाल सिंह बिष्ट, हेम भट्ट, धर्म सिंह बिष्ट, मंजू दानू बिष्ट, ललित बिष्ट, आदि मौजूद थे।