शुभ होता है तांबे का सूर्य, प्राप्त होगा सुख-समृद्धि, मान-सम्मान और वैभव, घर में इस दिशा में लगाएं
सूर्य को घर के प्रवेश द्वारा की दीवार में लगाना काफी शुभ माना जाता है। आमतौर पर इस तरह का सूर्य लोहे सहित कई धातुओं में बना हुआ मिल जाता है। वास्तु के मुताबिक तांबे से बना हुआ सूर्य सबसे अच्छा माना जाता है। जानिए तांबे का सूर्य लगाने संबंधी सभी वास्तु नियम। वास्तु शास्त्र के अनुसार, जिस तरह से सूर्य की किरणें घर में पड़ने से वातावरण में शुद्धता आने के साथ पॉजिटिव एनर्जी आ जाती है। उसी तरह तांबे से बने इस सूर्य को घर की खास दिशा में लगाने से सकारात्मक ऊर्जा ही प्रवेश कर पाती है। ऐसा माना जाता है कि सूर्य के प्रतीक के रूप में तांबे से बने इस सूर्य को लगाने से घर में सुख-समृद्धि, मान-सम्मान के साथ वैभव मिलता है। तांबे का सूर्य लगाने से आपका प्रभाव चारों ओर फैल जाता है। धन लाभ के साथ-साथ प्रसिद्ध लोगों के साथ मिलना-जुलना बढ़ जाता है। वास्तु के अनुसार, अगर आप कुछ क्राफ्ट संबंधी उद्योग शुरू कर रहे हैं तो तांबे का सूर्य जरूर लगाना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इसे लगाने से व्यक्ति के लोगों के साथ संबंध मजबूत बनते हैं जो आगे चलकर लाभकारी साबित होते हैं। व्यापार में लाभ के लिए ऑफिस, दुकान आदि में तांबे से बना सूर्य लगाना लाभकारी होता है। इसे लगाने से कभी भी व्यक्ति के घर में धन-धान्य की कमी नहीं होती है।
इस दिशा में लगाएं तांबे से बना सूर्य
वास्तु के अनुसार, तांबे का सूर्य पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। अगर इस दिशा में कोई द्वार या फिर खिड़की नहीं हैं, तो आप दीवार में लगा दें। ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है। कॅरियर में बढ़ोत्तरी के लिए ऑफिस की पूर्व दिशा की ओर तांबे का सूरज लटका दें। ऐसा करने से नौकरी के साथ-साथ व्यापार में भी लाभ मिलेगा।